Monday, December 23, 2024
Homeख़ास खबरेंइतिहास रचने निकल पड़ा Chandrayaan 3, श्रीहरिकोटा से हुई सफल लॉन्चिंग, 40...

इतिहास रचने निकल पड़ा Chandrayaan 3, श्रीहरिकोटा से हुई सफल लॉन्चिंग, 40 दिनों में पूरा होगा चांद तक का सफर

Date:

Related stories

Kisan Diwas 2024: जमींदारी उन्मूलन, चकबंदी अधिनियम! आखिर क्यों किसानों के नेता कहे जाते हैं Chaudhary Charan Singh?

Kisan Diwas 2024: जमींदारी उन्मूलन, चकबंदी अधिनियम पारित कराना, कृषि उपज को आयकर दायरे से बाहर रखना। ये सभी निर्णय पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह ने लिए थे। इसके अतिरिक्त भी चौधरी चरण सिंह ने किसानों के लिए कई मिसाल कायम किए जिसके कारण उन्हें किसानों का नेता कहा जाता है।

Chandrayaan 3: भारत ने चांद तक पहुंचने की तरफ अपना एक और कदम बढ़ा दिया है। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज (14 जुलाई, शुक्रवार) भारत के तीसरे चंद्रयान मिशन को लॉन्च किया गया। काउंटडाउन के बाद सफलतापूर्वक चंद्रयान-3 रॉकेट की लॉन्चिंग हुई और इसे अंतरिक्ष में भेजा गया। जिसके बाद भारत अब दुनियाभर में एक बड़ा कीर्तिमान हासिल करने के काफी करीब है। अगर चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर सेफ लैंडिंग हो जाती है तो भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने ये कारनामा करके दिखाया है।

40 दिनों में पूरा होगा चांद तक का सफर

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की तरफ से इस लॉन्चिंग को लेकर बताया गया कि तीसरा चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ साल 2019 के ‘चंद्रयान-2’ का अनुवर्ती मिशन है। भारत के इस तीसरे चंद्र मिशन में भी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर लैंडर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का है। ‘चंद्रयान-2’ मिशन के दौरान अंतिम पलों में लैंडर ‘विक्रम’ पथ विचलन के चलते ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने में सफल नहीं हुआ था। क्रैश लैंडिंग के चलते ये मिशन सफल नहीं रहा। वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे अपना सफर पूरा करने में 40 दिनों का समय लगेगा।

ISRO कर रहा सफल लैंडिंग की तैयारी

‘चंद्रयान-3’ प्रोग्राम के तहत इसरो अपने मून मॉड्यूल की मदद से चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट-लैंडिंग’ और चंद्र भूभाग पर रोवर की चहलकदमी का प्रदर्शन करके नई सीमाएं पार करने जा रहा है. एलवीएम3एम4 रॉकेट इसरो के महत्वाकांक्षी ‘चंद्रयान-3’ को पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चंद्रमा की यात्रा पर लेकर रवाना हुआ है। इस रॉकेट को पहले जीएसएलवीएमके3 कहा जाता था। भारी उपकरण ले जाने की इसकी क्षमता के कारण अंतरिक्ष वैज्ञानिक इसे ‘फैट बॉय’ भी कहते हैं। इसरो वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर सब कुछ ठीक रहा तो ये अगस्त के आखिर में चंद्रमा पर उतरेगा।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories