Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर सियासी हलकों में विवाद खड़ा हो गया है। इस बार कांग्रेस के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी भी बागी नेताओं के जनाधार पर पैनी नजर रख रही हैं। मालूम हो कि प्रदेश में कई ऐसे विधानसभा सीट हैं जिनपर ये बागी नेता मुसीबत बनने वाले हैं। यही प्रमुख कारण है कि दोनों राजनीतिक दलों के लिए बागियों को साधना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है। मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को एक चरण में वोटिंग होगी। सूबे की राजनीतिक माहौल ऐसा है कि विधानसभा चुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। बहरहाल, दोनों ही राजनीतिक दलों के सामने टिकट बंटवारे को लेकर बड़ी चुनौती है। आलम यह है कि बीजेपी और कांग्रेस को उम्मीदवार के चयन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस मेंजोरदार कलह
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इनमें कांग्रेस ने 229 तो वहीं भाजपा ने 228 उम्मीदवारों की घोषणा की है। लेकिन इन उम्मीदवारों की लिस्ट सार्वजनिक होती ही प्रदेश में घमासान मच गया है। अभी से दोनों दलों के कई नेताओं ने बागी तेवर अपनाने शुरु कर दिए हैं। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में चल रहा विरोध आत्मदाह के प्रयास तक पहुंच गया। बीते रविवार शाम को एक कार्यकर्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के भोपाल स्थित आवास पर आत्मदाह के इरादे से आग में कूदने का प्रयास किया। उसे अन्य कार्यकर्ताओं ने रोका गया। बताया जाता है कि उज्जैन के बड़नगर से विधायक मुरली मोरवाल का टिकट कटने के विरोध में उनके समर्थक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पहुंचे थे। यहां वें सभी ने पार्टी के टिकट वितरण प्रणाली को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया।
बागी बन सकते हैं राजनीतिक दलों की जीत में रोड़ा
वहीं, बीजेपी में टिकट बंटवारे को लेकर भी विवाद बढ़ता जा रहा है। धार जिले में भाजपा से मनावर की पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री रंजना बघेल को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। इसके बाद रंजना बघेल ने इसका ठीकरा कैलाश विजयवर्गीय पर फोड़ा है। उन्होंने सीधे तौर पर उनका टिकट कटवाने का आरोप विजयवर्गीय पर लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पास पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थक भगवानदास सबनानी को टिकट के विरोध में नारेबाजी करते दिखें। इसके अलावा ग्वालियर में मुन्नालाल गोयल समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंचकर माया सिंह को टिकट का विरोध किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ही जगह नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन भी हुआ। राजनीतिक जानकार की मानें तो मध्य प्रदेश में दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर दोनों ओर बागी सुर उठे हैं, जिसका नुकसान प्रमुख पार्टी को हो सकता है।
ये भी पढ़ें: UTTARAKHAND NEWS: खिलाड़ियों के लिए धामी सरकार ने खोल दिए दरवाजे, किया यह ऐलान
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।