CM Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक बार पुनः एलजी विनय कुमार सक्सेना से विधायकों संग मिलने का समय मांगा था। किन्तु फिर एक बार समय की कमी का कारण बताते हुए तत्काल मिलने की स्वीकृति नहीं दी गई।
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विधायकों संग मिलना चाहते थे सीएम केजरीवाल
आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम और उपराज्यपाल के मध्य अधिकारों की खींचतान का संघर्ष का शीघ्र ही कोई समन्वयतापूर्ण समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। इसी क्रम में एक बार पुनः आज सीएम केजरीवाल ने उपराज्यपाल से अपने विधायकों के संग एक भेंट करना चाहते थे। किन्तु प्राप्त जानकारी के अनुसार उपराज्यपाल सक्सेना ने मुख्यमंत्री से आज ही भेंट करने की अनुमति प्रदान नहीं दी।
एलजी के आरोपों का दिया शिक्षामंत्री ने जबाब
वहीं एलजी सक्सेना के आरोपों को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्र के माध्यम से जबाब देते हुए कहा कि आपने शिक्षा विभाग की कार्यशैली की आलोचना में जो भी तथ्य प्रस्तुत किये वो सभी झूठे हैं और आधारहीन हैं। ये दिल्ली के लाखों छात्रों उनके अभिभावकों का अपमान हैं। जो इस पर गर्व करते आए हैं।
एलजी ने सीएम को भ्रम न फैलाने का दिया सुझाव
एलजी और सीएम के मध्य अधिकारों के पत्राचार युद्ध के क्रम में आज एलजी सक्सेना ने भी अपने एक पत्र के माध्यम से स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने सीएम केजरीवाल को भेंट वार्ता हेतु आमंत्रित किया था किन्तु सीएम अपने सभी विधायकों के साथ ही मिलने की जिद पर अड़े थे। अतः एक साथ 70 – 80 विधायकों के साथ भेंट करना मेरे लिए कतई असंभसव था। इसके साथ साथ इस तरह की बैठक से कोई परिणाम भी निकलना कठिन था। उन्होंने सीएम पर आरोप लगाते हुए सुझाव दिया कि वह भ्रम फैलाने का प्रयास मात्र कर रहे हैं। राजनीतिक दिखावा भर कर रहे हैं कि एलजी ने मुझसे मिलने से मना कर दिया है।
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