Damoh School Hijab Row: एमपी के दामोह जिले के गंगा-जमुना हाईस्कूल के सफल हुए छात्र-छात्राओं के धर्मांतरण के मामले ने तूल पकड़ लिया है। वहीं इस मामले के सीएम शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने सख्त रूख अपनाया है। उन्होंने प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों की तत्काल जांच कराने के साथ ही मामले में एफआईआर करने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि शासन को शुरूआती जांच रिपोर्ट मिल चुकी है जिसमें कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। इसके बाद सीएम ने चेताते हुए कहा कि शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण का गंदा खेल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा।
जांच रिपोर्ट आई सामने
दामोह के गंगा जमुना स्कूल के मामले में सीएम शिवराज ने कहा कि इसकी शुरुआती रिपोर्ट सामने आ गई है। जिन छात्राओं के हिजाब और स्कार्फ के फोटो वायरल हुए थे। उन छात्राओं पर आरोपियों की तरफ से बयान बदलने का दबाव डाला गया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद ही सीएम चौहान ने आरोपियों पर एफआईआर करने के आदेश दे दिए। रिपोर्ट के मुताबिक मासूम बच्चों को जिस बात की समझ नहीं उन्हें गलत तरीके से शिक्षा देकर टार्गेट किया जा रहा है। साथ ही एमपी के स्कूल शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार ने दामोह के कलक्टर की भूमिका को संदिग्ध माना है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में कलेक्टर स्कूल संचालक को लगातार बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
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स्कूल पर दर्ज हुई एफआईआर
पूरे मामले शुरुआती जांच रिपोर्ट आने के बाद सीएम चौहान के आदेश पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को भोपाल में कहाकि यदि देश की राष्ट्रीय जांच एजेंसी टेरर फंडिंग जैसी शिकायतों पर जांच करना चाहती है तो शिवराज सरकार पूरा सहयोग देगी।
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