Arunachal Pradesh के कई ऐसे गांव हैं जहां आज तक इंटरनेट की सेवा नहीं है। इन गांव के लोग मौजूदा समय में अपना जीवन कैसे बिता रहे होंगे इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते हैं लेकिन इसी कड़ी में एक बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि, अरुणाचल प्रदेश के लगभग 336 सीमावर्ती गांव में 4G मोबाइल इंटरनेट की सेवा शुरू की जानी है। इसमें से शनिवार को सरकार ने यहां 254 मोबाइल नेटवर्क टावरों को चालू कर दिया है।
254 मोबाइल टावर का किया लोकार्पण
इसी के साथ सरकार ने अरुणाचल प्रदेश के 3721 से ज्यादा गांव में 2605 मोबाइल 4G टावर स्थापित करने के लिए 2675 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी भी दी है। इस कड़ी में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने एक समारोह में 254 मोबाइल टावर का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, आज जो टावर शुरू किए गए हैं उनमें से ज्यादातर सीमावर्ती क्षेत्रों में है।
दिसंबर 2023 तक लगेंगे 1150 मोबाईल टावर
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि, इटानगर जैसे हमारे जिला मुख्यालय पर 4G सेवा पहले ही शुरू हो चुकी है। हमारा लक्ष्य अब तक बिना संपर्क वाले और दुर्गम इलाकों तक संपर्क बढ़ाना है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मन कानून मंत्री किरेन रिजीजू के साथ दूरसंचार एवं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव भी मौजूद थे इसी के साथ अरुणाचल प्रदेश के सीएम खांडू ने कहा कि, 1150 और टावर चालू किए जाएंगे उन्होंने सभी एजेंसियों से काम में तेजी लाने को कहा है ताकि बाकी टावर के लक्ष्य को समय से पहले यानी दिसंबर 2023 पूरा किया जा सके।
70 हजार लोगों को मिलेगा फायदा
अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव में 254 टावर चालू करने के बाद केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि, इन मोबाइल टावर से 70 हजार लोगों को फायदा होगा जो कि कम आबादी वाले राज्य अरुणाचल प्रदेश के लिए बहुत बड़ी बात है। उन्होंने आगे कहा कि, सुरक्षा बल और सीमावर्ती क्षेत्र के लोग संचार के लिए एक नेपाली कंपनी के मोबाइल सिम पर निर्भर रहते थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हालात के बारे में सूचित करने के बाद चीजें बदल गई सीमा क्षेत्र में बीएसएनएल ने 4G टावर लगाए हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत सरकार ने तवांग जिले के उन सुदूर इलाकों को जोड़ा है जहां चीन सैनिकों की लगातार घुसपैठ होती रही है।