DRDO: भारत देश के साथ-साथ तमाम देश दुश्मन देशों को अपनी ताकत दिखाने के लिए तकनीकों को एडवांस बना रहे हैं। जिस तरह भारत ने आईएनएस विक्रांत, ब्रह्मोस मिसाइल, डिफेंस एक्सपो के साथ-साथ कई ऐसी आधुनिक मिसाइल लॉन्च की जो भारत देश की रक्षा के लिए सफल साबित हुई हैं। इसी बीच रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के वैज्ञानिक खास ‘चूहे’ बना रहे हैं जो दुश्मनों की खुफिया निगरानी कर सकेंगे। इन चूहों को ‘रैट साइबोर्ग’ का नाम दिया गया है और इनका उपयोग सैन्य बलों के अभियानों के दौरान भी किया जा सकेगा।
भारत में पहली बार विकसित होगी ऐसी तकनीक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडियन साइंस कांग्रेस ने इस बात की जानकारी दी। डीवाईएसएल के निदेशक पी शिव प्रसाद का कहना है कि “विदेशों में कुछ जगहों पर यह तकनीक पहले से ही मौजूद है और भारत में भी ऐसी तकनीक पहली बार विकसित की गई है। ‘रैट साइबोर्ग’ के सिर पर एक कैमरा लगाया जाएगा जो चूहों के मस्तिष्क में लगे इलेक्ट्रोड के संकेत प्राप्त कर सकता है।” डीवाईएसएल के निदेशक के अनुसार माना जाए तो इस नई तकनीक की मदद से हमलों को रोका जा सकता है। जिस तरह 26/11 जैसे आतंकी हमले में इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर छानबीन की जा सकती है।
नई तकनीक की मदद से कम होंगे आतंकी हमले
वैज्ञानिकों ने इसके पहले चरण के बाद दूसरे चरण में बताया है कि रैट साइबोर्ग के सिर पर कैमरे लगाने से तस्वीरें भी ली जा सकते हैं और दुश्मन देशों से होने वाले हमलों के दौरान सतर्क रहा जा सकता है। वैज्ञानिकों की मानें तो इस नई तकनीक की वजह से किसी भी बिल्डिंग में घुसकर अंदर की तस्वीर ली जा सकती है। इसके अलावा चूहे संकरे रास्तों से भी होकर सारी चीज का ब्यौरा प्राप्त कर सकते हैं। बताया गया है कि रैट साइबोर्ग के खाने पीने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि मुश्किल हालातों में वह मदद पहुंचाने में कामयाब रहे। इसके अलावा आतंकी हमले के हालात में इमारतों के अंदर लाइव वीडियो भी मुहैया कराई जाएगी।
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