Friday, November 22, 2024
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Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन के पहले ट्रायल को लगा झटका , जानें किन कारणों की वजह से रोकना पड़ा परीक्षण

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Gaganyaan Mission: आज आंध्र प्रदेश के हरिकोटा से इसरो मिशन गगनयान का पहला ट्रायल लॉन्च करने वाला था लेकिन अब इसे होल्ड पर डाल दिया गया है। बता दें कि TV-D1 रॉकेट लॉन्च से पहले रोक दिया गया है। क्या है पूरी खबर चलिए आपको बताते हैं।

गगनयान मिशन हुआ होल्ड


ISRO का सबसे महत्वपूर्ण परीक्षण आज सफल नहीं हो पाया है। बता दें कि इसरो का मानव को अंतरिक्ष में भेजने का महत्वाकांक्षी मिशन गगनयान का पहला ट्रायल आज पूरा नहीं हो पाया है। कुछ तकनीकी खराबी की वजह से गगनयान का पहला परीक्षण रद्द हो गया है।

मिली जानकारी के अनुसार वाहन एबोर्ट मिशन –1 यानी की TV-D1 आज सुबह आंध्र प्रदेश के हरिकोटा से सुबह 8:30 बजे लांच होने वाला था। लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से यह लॉन्च नहीं हो पाया है। इसकी जानकारी इसरो के प्रमुख ऐसे सोमनाथ ने खुद दी।

ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा है कि गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) के लॉन्च को होल्ड पर डाल दिया गया है।
गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) के लॉन्च को होल्ड पर डालने की जानकारी देते हुए इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा, “लिफ्ट-ऑफ का प्रयास आज नहीं हो सका… व्हीकल सुरक्षित है। हम जल्द ही वापस लौटेंगे… जो कंप्यूटर काम कर रहा है उसने लॉन्च रोक दिया है। हम इसे ठीक करेंगे और जल्द ही लॉन्च शेड्यूल करेंगे।”

आसमान पर अपना परचम लहराना चाहता है ISRO

जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रयान 3 और सूर्य मिशन आदित्य एल – 1 के बाद का यह सबसे बड़ा मिशन था इस रोग सूरज और चांद के बाद आसमान पर भी अपना परचम लहराना चाहता था।

बता दें कि इसरो के लिए गगनयान मिशन पर जाने वाले क्रू मेंबर्स को सुरक्षित उतरना सबसे बड़ी चुनौती है। इसरो इसके लिए हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के जरिए एक ऐसा रिकवरी सिस्टम बनाया है। जो अब तक मौजूद सिस्टम से कई गुना बेहतर है। बता दे कि इस स्क्रू मॉड्यूल रिकवरी सिस्टम में करीब 10 पैराशूट लगे हैं यह मॉड्यूल वापसी में क्रू मेंबर्स को सुरक्षित उतारने में मदद करता है। मिली जानकारी के अनुसार इस ट्रायल से पहले इस सिस्टम का जमीन और समुद्र पर भी ट्रायल किया जा चुका है।

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