Haryana Political Crisis: नायब सैनी होंगे हरियाणा के नए मुख्यमंत्री। आपको बता दें कि नायब सैनी विधायक दल के नेता चुने गए। सूत्रों के मुताबिक आज शाम 5 बजे ले सकते है सीएम पद की शपथ। गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज ही अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौपा था। यह फैसला चंडीगढ़ में हुए विधायक दल के बैठक में लिया गया। हरियाणा में सियासी उथल पुथल के बीच मुख्यमंत्री के नाम की मुहर भी लग गई है। इससे पहले जेजेपी और बीजेपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात न बनने के कारण गठबंधन टूट गया।
कौन है नायब सैनी?
ओबीसी समुदाय से आने वाले कुरूक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी को पिछले साल अक्टूबर में हरियाणा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। बता दें कि सैनी ने 1996 में बीजेपी पार्टी को ज्वाइन किया था। जब उन्होंने हरियाणा भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में शुरुआत की और 2000 तक राज्य महासचिव के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने 2002 में अंबाला भाजपा युवा विंग के जिला महासचिव का पदभार संभाला।
2005 में अंबाला जिला अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति की गई। उनका राजनीतिक करियर तब आगे बढ़ा जब उन्हें 2014 में नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया, जिसके बाद 2016 में उन्हें हरियाणा सरकार में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। 2019 में उन्होंने कुरूक्षेत्र लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी मतो से जीत हासिल की।
नायब सैनी को ही क्यों चुना गया हरियाणा का सीएम?
कई राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा आलाकमान ने यह फैसला लिया है। बता दें की सैनी को मनोहर लाल खट्टर का करीबी भी माना जाता है, गौरतलब है कि नायब सैनी ओबीसी समुदाय से आते है वही कुरूक्षेत्र, करनाल, अंबाला और यमुनानगर जैसे जिलों में सैनी समुदाय की बड़ी आबादी है। सैनी समुदाय की हरियाणा में जाटों के बाद दूसरी सबसे बड़ी आबादी है। इसे देखते हुए राजनीति पंडितों का मानना है कि मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सैनी का चयन काफी सोच समझकर किया गया है।