India China Relation: भारत के पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुद नरवणे ने चीन को फिर एक बार खड़ी खोटी सुनाई है। नरवणे ने गलवान घाटी को याद करते हुए कहा कि है कि चीन गलवान घाटी की झड़प कभी नही भूल सकता। आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में 16 जून 2020 को चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी जहां भारत ने चीन को मुहतोड़ जबाव देते हुए उनके कई सैनिकों को मार गिराया था। मनोज मुकुद नरवणे ने अपने संस्मरण फोर स्टार ऑफ डेस्टिनी में गलवान झड़प के बारे में जानकारी दी है।
16 जून की तारीख चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कभी नही भूल पाएंगे
नरवणे ने अपने संस्मरण में बताया कि 16 जून शी जिनपिंग कभी नही भूल पाएगा उन्होंने आगे बताया कि 16 जून को चीन के राष्ट्रपति का जन्मदिन भी है और वह यह दिन कभी नही भूल सकता है। आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाक के गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। भारतीय सैनिकों ने बिना हथियार के ही चीन के कई सैनिकों को मार गिराया था। वहीं इस लड़ाई में भारत के 20 जवान भी शहीद हुए थे। नरवणे ने बताया कि वो दिन मेरे जीवन काल में बहुत बुरा दिन था।
चीन छोटे छोटे देशों को डराता है
गौरतलब है कि चीन हमेशा से ही अपने पड़ोसी देशों पर अपना अधिकार जमाता रहा है। इसी बीच पूर्व सेना प्रमुख नरवाणे ने कहा कि, चीन की यह चाल कभी कामयाब नही होगी वह हमेशा से ही अपने छोटे पड़ोसी देशों पर अपना अधिकार जमाता रहता है जो की बिल्कुल गलत है। चीन ड़राने धमकाने के लिए भेड़िया योध्दा कूटनीति और सलामी स्लाइसिंग नीति अपनाई है। अब बहुत हो गया।
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