ISRO: अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO दिन-प्रतिदिन सफलता की सीढ़ियां चढ़ता जा रहा है। बता दें कि, हाल ही में ISRO को गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए एक बड़ी सफलता मिली है। इस कार्यक्रम के तहत एल 110 जी इंजन का लंबी दूरी का परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरी के कांपलेक्स में 240 सेकंड में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
इंजन के सभी नियोजित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे हुए
इसी कड़ी में अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा कि, इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी नियोजित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे हो गए हैं। इसरो ने बताया कि, इस परीक्षण का सफल समापन गगनयान के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम में एक प्रमुख मील का पत्थर है। बता दे कि, परीक्षण के लिए ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल LVM3-G के एयर लिक्विड कोर स्टेज में दो एल110-जी विकास इंजन कलस्टर कॉन्फिग्रेशन (समूह विन्यास) में लगाए गए थे। इसरो ने बताया कि, इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी निर्धारित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए गए।
मोटर को खास तरह से किया डिजाइन
LVM3-G रॉकेट में गगनयान मिशन के लिए आवश्यक लांच के समान एस200 मोटर लगी है। बता दें कि, यह मोटर को खास तरह से डिजाइन किया जाता है जो गगनयान कॉन्फ़िगरेशन के लिए अनुकूल है। इसी कड़ी में एस सोमनाथ से बताया कि, हमें खुशी है कि इस रॉकेट ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्हें आगे कहा कि, इस रॉकेट में और सुधार किए जाएंगे ताकि मानव मिशन के लिए इसे अति उपयुक्त बनाया जा सके और प्रणाली को बेहतर किया जा सके।
लॉकडाउन में हुई थी दिक्क्त
ISRO ने बताया कि ,‘मिशन के लिए हार्डवेयर औद्योगिक कंपनियों द्वारा तैयार किए जा रहे हैं। लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग अवधि में लॉकडाउन की वजह से समय पर इसकी आपूर्ति नहीं हो सकी। हार्डवेयर का डिजाइन, विश्लेषण और प्रलेखन इसरो द्वारा किया जाता है। जबकि गगनयान के लिए हार्डवेयर के निर्माण और आपूर्ति का काम देश के सैकड़ों औद्योगिक कंपनियों द्वारा किया जाता है।’