Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला कांड में छठवीं गिरफ्तारी भी हो गई है। घटना में प्रयुक्त बलेनो कार के स्वामी आशुतोष को भी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली के कंझावला कांड में एक नया मोड़ आया है। इस घटना में कार स्वामी आशुतोष को भी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अंजलि की दुर्घटना जिस बलेनो कार से हुई थी। उसका कार का स्वामी आशुतोष ही है। वह अब तक पुलिस से इस बात को छिपा रहा था कि कार उसी ने स्वंय अमित को दी थी। अब तक वह यह बयान दे रहा था कि अमित “उससे गाड़ी मांगने आया था”
ये भी पढें: Kanjhawala Case में आरोपी कर रहे पुलिस को गुमराह, हो सकता है लाई डिटेक्टर परीक्षण, Amit Shah भी हुए सक्रिय
कंझावला कांड में 5 नहीं अपितु 7 आरोपी
आपको बता दें अब तक जिन 5 आरोपियों को पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लिया है। उनके नाम क्रमशः दीपक खन्ना (26),अमित खन्ना (25),कृष्ण (27),मिथुन (26) तथा मनोज मित्तल (27) हैं। किन्तु अब दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस कांड में 5 नहीं अपितु 7 आरोपी हो गए हैं। दिल्ली पुलिस ने 2 और व्यक्तियों को आरोपी बनाया है। जिनके नाम कार स्वामी आशुतोष तथा अंकुश खन्ना हैं। आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है। जो उस समय गाड़ी में नहीं था। पुलिस के अनुसार अब 7 वां आरोपी अंकुश खन्ना है क्योंकि गाड़ी दीपक नहीं अमित चला रहा था।अंकुश ही था, जिसने दीपक को गलत बयानी करने के लिए कहा कि गाड़ी स्वंय ड्राइव करने का आरोप स्वीकार कर ले क्योंकि अमित के पास गाड़ी चलाने का लाइसेंस नहीं हैं।
इसके साथ ही उस बलेनो कार को भी बरामद किया था। जिसके द्वारा अंजलि की स्कूटी को टक्कर मारी गई ,जिसके लगते ही अंजलि का पांव कार के अगले पहिए में फंस गया और अंजलि लगभग 12 किमी तक घिसटती चली गई। इसी कारण अंजलि की कई हड्डियां शरीर से टूटकर अलग हो गई और उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने जब उसका शव बरामद किया तब वह पूर्ण नग्नावस्था में था। कई किमी घिसटने के कारण सारे कपड़े फटकर शरीर से अलग हो चुके थे।
पुलिस जाँच के 5 दिन, 5 अलग कहानियां
1 जनवरी – पहले दिन पुलिस ने प्रातः सुल्तानपुरी से अंजलि का नग्न शव बरामद किया, वाहन दुर्घटना में वाद पंजीकृत किया, पहले पांचों आरोपियों को अभिरक्षा में लिया और थ्यौरी दी कि आरोपियों को नहीं ज्ञात था कि अंजलि कार के नीचे फंसी है।
2 जनवरी- पुलिस की दुर्घटना थ्यौरी पर प्रश्न उठे तो गैर इरादतन हत्या की धारा जोड़ दी।
3 जनवरी – इस घटना में अंजलि की सहेली निधि निकलकर बाहर आती है और कहती है कि दुर्घटना के समय वह अंजलि के साथ थी। वह बयान देकर सनसनी फैला देती है कि अंजलि भी नववर्ष की पार्टी करके लौट रही थी और वह नशे में थी।
4 जनवरी – अंजलि के पोस्टमार्टम में अल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई। अंजलि के परिजनों ने निधि के दावे को गलत बताया। निधि के घर पहुंचने की टाइमिंग पर उठे प्रश्न
5 जनवरी – पुलिस की थ्यौरी में आया नाटकीय मोड़, गाड़ी दीपक नहीं अमित चला रहा था। घटना में आरोपियों की संख्या 5 नहीं अपितु बढ़कर 7 आरोपी हो गए।
ये भी पढें: CM Arvind Kejriwal बोेले,Kanjhawala में ‘जो हुआ वो बेहद शर्मनाक’
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।