Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में पॉलिटिकल ड्रामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिनों NCP (Nationalist congress party) से बगावत करने वाले 8 विधायकों में से दो विधायकों ने यू-टर्न ले किया है। यानी दो विधायकों ने NCP में घर वापसी कर ली है। अजित पवार के समर्थक विधायक दिलीप मोहिते पाटिल ने दावा किया है कि वे NCP के साथ ही हैं। उन्होंने कहा कि पवार ने बिना बताए सभी विधायकों के हस्ताक्षर लिए थे। जिससे वे सहमत नहीं है।
बगावत करने वाले विधायकों का यू-टर्न
दिलीप मोहिते पाटिल रविवार (2 जून) को हुए शपथग्रहण समारोह में मौजूद थे। इसके बाद उन्हें आज सुबह (3 जून, सोमवार) NCP चीफ शरद पवार की कार में बैठा हुआ देखा गया। जहां दोनों के बीच किसी बात को लेकर चर्चा हुई। दिलीप मोहिते पाटिल के अलावा NCP विधायक मकरंद पाटिल भी उनके साथ कार में मौजूद थे। वहीं, दिलीप मोहिते पाटिल ने अब घर वापसी का दावा किया है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी का हिस्सा थे और हमेशा रहेंगे।
बागी विधायकों पर NCP का एक्शन
NCP ने बगावत करने वाले सभी विधायकों पर एक्शन लिया है। रविवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाली विधायकों को बर्खास्त कर दिया गया है। महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल का कहना है कि पार्टी ने बागी विधायकों पर एक्शन लेते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का सिंबल पार्टी का अधिकार है। इसे इस्तेमाल करने की इजाजत किसी को नहीं है। जो भी ऐसा करेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला ?
बता दें कि पार्टी में बगावत के बाद से NCP चीफ शरद पवार एक्शन में आ गए हैं। वे अब पूरे राज्य का दौरा करेंगे और जगह-जगह जनसभाएं करेंगे। दरअसल बीते दिनों महाराष्ट्र में बड़ा
पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला था। जब पूर्व NCP नेता अजित पवार ने BJP और एकनाथ शिंदे की सरकार को अपना समर्थन देते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी CM पद की शपथ ली थी। उनके साथ NCP के 8 अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। अजित के इस फैसले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को दो (NCP) दो भागों में बंट दिया है।
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