Punjab Government: भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य को अब कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ते हुए राज्य को अन्य पड़ोसी राज्यों की भांति पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ाने के कदम बढ़ा दिए हैं। इस संबंध में पंजाब सरकार ने वर्ष 2022 में कई आधारभूत कदम बढ़ाते हुए राज्य की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक धरोहरों,पंजाब के नायकों के सम्मान में उनकी स्मृतियों को संरक्षित करने की दिशा में एक साथ कई कार्य किए हैं। ताकि पर्यटकों को भी राज्य की ओर और अधिक आकर्षित किया जा सके।
ये भी पढें: SYL Dispute को लेकर CM खट्टर और CM मान की बैठक आज, केंद्रिय मंत्री के सामने रखेंगे अपना-अपना पक्ष
पजाब पवेलियन बना आकर्षण का केंद्र
पंजाब की पर्यटन और सांस्कृतिक,श्रम, निवेश तथा शिकायत निवारण मंत्री अनमोल गगन मान ने दिल्ली के प्रगति मैदान में 41वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला- 2022 में पंजाब डे समागम में पंजाब पवेलियन का कल 3 जनवरी 2023 को उद्घाटन किया। इस अवसर पर पंजाब राज्य की संस्कृति और धरोहरों को दर्शाती प्रदर्शनियाँ लगा कर राज्य के इतिहास के बारे पवेलियन की ओर आने वाले लोगों को अधिक से अधिक अवगत करवाया जा रहा है।
भगत सिंह का घर बनेगा आकर्षक संग्रहालय
मंत्री अनमोल गगन मान ने अन्य योजनाओ को बताते हुए बताया कि अमर स्वतंत्रता बलिदानी शहीद भगत सिंह के पैतृक घर को प्राथमिक के आधार पर संग्रहालय में परिवर्तित करने जा रही है। आपको बता दें इस संग्रहालय को नवीनतम मल्टी-मीडिया तकनीकों, प्रोजैक्शन मैपिंग, ग्राफिक सामग्री और ऑडियो-वीडियो सामग्री की सहायता से उन्नत तथा आधुनिक किया जायेगा।पंजाब सरकार इस स्मृति धरोहर के नवीनीकरण पर कुल 3.57 करोड़ रुपए व्यय करेगी।
एक अन्य सर्किट विकसित करने की भी योजना
उन्होंने बताया पंजाब सरकार ने राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक एंग्लो-सिख वार सर्किट को भी विकसित करने की योजना तैयार की है। सर्किटके विकास में भी नवीनतम तकनीकों का प्रयोग कर उससे संबंधित स्मृति चिन्हों तथा धरोहरों का संरक्षण किया जाएगा और इस योजना के लिए भी पंजाब सरकार ने 15.5 करोड़ रुपए व्यय करने की स्वीकृति प्रदान की है। सुल्तानपुर लोधी में पिंड बाबे नानक दा संग्रहालय बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण करने हेतु 29.24 करोड़ रुपए जि़ला प्रशासन कपूरथला को स्वीकृत कर दिए हैं।
इसके अतिरिक्त सरकार ने अलग-अलग स्मारकों और ऐतिहासिक धरोहर संपत्तियों जैसे कि शीश महल, पटियाला, महेन्दरा कोठी, पटियाला, बनासर बाग़, संगरूर, किला मुबारक की मरम्मत तथा संरक्षण के का्र्य किये गए है तथा अन्य ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण को भी जीवंत बनाया जा रहा है। उन्होंने इस बात की व्याख्या की कि राज्य के पर्यटन के बारे अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने तथा उनके बारे में अवगत कराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग प्रचार समागम करवाए गए हैं।
ये भी पढें: PUNJAB में कानून को चुनौती देने वाले हो जाएं सावधान, उच्च स्तरीय बैठक में बोले CM BHAGWANT MAAN
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।