Brij Bhushan Sharan Singh: भाजपा सांसद और WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में एक नया सनसनीखेज मोड़ आ गया है । नाबालिग के यौन शोषण के मामले में उसके पिता ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाई गई थी। उन्होंने दावा किया कि WFI अध्यक्ष के खिलाफ बदले की भावना से केस दर्ज कराया गया था। क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ हुई नाइंसाफी से नाराज थे। बता दें यौन शोषण के 2 केसों में एक मामला नाबालिग के यौन शोषण में पॉक्सो एक्ट के तहत चल रहा है।
जानें और क्या किया खुलासा
समाचार एजेंसी से बात करते हुए नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि ” यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाए।” जब उनसे पूछा कि वह अपनी बात से पलट क्यों रहे हैं… तो पिता ने जबाव में कहा कि “अब जब बातचीत शुरू हो गई है तो सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार (एशियाई अंडर-17ट्रायल) की निष्पक्ष जांच का वादा किया है।
मेरा भी फर्ज बनता है कि अपनी गलती सुधारूं।” उसने आगे कहा कि ” मैं बदले की भावना से भर गया था क्योंकि रेफरी के एक फैसले से मेरी बच्ची की एक साल की मेहनत बेकार हो गई थी। मैंने बदला लेने का फैसला किया।”
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2022 अंडर-17 के फाइनल की हार से थे नाराज
नाबालिग के पिता के खुलासे के मुताबिक इसकी शुरुआत 2022 में लखनऊ में ऐशियाई अंडर- 17 चैंपियनशिप के ट्रायल चल रहे थे। जिसमें नाबालिग लड़की चैंपियनशिप के फाइनल में हार गई थी। जिस वजह से वह भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम हो गई थी। उसको संदेह था कि रेफरी के फैसले के पीछे बृजभूषण शरण सिंह का हाथ था।
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