Bajrang Dal Ban: कर्नाटक कांग्रेस सरकार फिलहाल सत्ता संभालने के बाद बजरंग दल पर चुनावी वादे के मुताबिक बैन लगाने के मूड में नहीं है। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों से पता चला है कि सिद्दरामैया सरकार यदि आने वाले दिनों में शांति व्यवस्था के खिलाफ कोई संगठन गतिविधियों को अंजाम देता है तो कार्रवाई करेगी।
घोषणा पत्र में शामिल करने से बना था चुनावी मुद्दा
बता दें कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल को प्रतिबंधित करने का वादा कर शामिल किया था। इसके बाद ही चुनावी रैलियों में पीएम मोदी ने कर्नाटक के चुनाव में बजरंग को बजरंबली से जोड़कर कांग्रेस पर पलटवार किए थे। जिसके बाद दोनों प्रमुख दलों के बीच जुबानी हमले सहित जमकर बवाल मच गया था। कांग्रेस ने घोषणापत्र में कहा था कि ” हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र है। ऐसे में कोई शख्स, बजरंग दल या पीएफआई जैसे संगठन नफरत और शत्रुता फैलाते हैं तो हम कार्रवाई करेंगे। ये संगठन बहुसंख्यकों के बीच के हों। कोई भी संविधान का उल्लंघन करेगा तो हम ऐसे संगठनों पर कानून के तहत बैन लगाएंगे।”
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कांग्रेस ने पाया प्रचंड बहुमत
बजरंग दल और बजरंगबली के मुद्दे के बीच ही कर्नाटक में कांग्रेस ने भाजपा को विधानसभा चुनाव में धूल चटा दी। उसने 224 सीटों में अकेले पूर्ण बहुमत से कहीं ज्यादा 135 सीटों पर कब्जा कर लिया। वहीं दूसरी ओर भाजपा को यह मुद्दा बैकफायर कर गया और मात्र 66 सीटों पर सिमट कर बोरिया बिस्तर बंध गया। इसके साथ ही सत्ता गठन होने के बाद अब सबकी निगाहें सीएम सिद्दरामैया की ओर उनके वादा पूरा करने के लिए लग गई हैं।
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