Underwater Metro: देश के कई राज्यों में मेट्रो ट्रै चलाई गई है। ऐसे में कोलकाता मेट्रो में बीते बुधवार को इतिहास रच दिया। बता दें कि, कोलकाता में देश की पहली मेट्रो नदी में बनी सुरंग में से गुजरी। मेट्रो हुगली नदी के नीचे चलाई गई है। बता दें कि, मेट्रो रेल हुगली नदी का सफर करीबन 11.55 पूरा मिनट किया। कोलकाता मेट्रो रेल ऐसी पहली मेट्रो बन गई है जिस दिन नदी के नीचे रफ्तार भरी।
देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन
इस ऐतिहासिक घटना को बताते हुए मेट्रो मेट्रो रेल के महाप्रबंधक उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि, उम्मीद है की रुट पर सेवाएं इसी साल से शुरू हो जाएंगी। सेवाएं शुरू होते ही हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन होगा जो कि जमीन से 33 मीटर नीचे बनाया जाएगा। ये कोलकाता शहर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि, हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक का ट्रायल अगले 7 महीनों तक चलेगा। ट्रायल खत्म करने के बाद इसे लोगों के लिए नियमित रूप से शुरू कर दिया जाएगा।
Kolkata Metro creates History!For the first time in India,a Metro rake ran under any river today!Regular trial runs from #HowrahMaidan to #Esplanade will start very soon. Shri P Uday Kumar Reddy,General Manager has described this run as a historic moment for the city of #Kolkata. pic.twitter.com/sA4Kqdvf0v
— Metro Railway Kolkata (@metrorailwaykol) April 12, 2023
साल के आखिरी तक शुरू किया जाएगा प्रोजेक्ट
कोलकाता मेट्रो ने ट्विटर पर अपने अधिकारिक अकाउंट से इस ऐतिहासिक क्षण का वीडियो भी शेयर किया। साथ ही उन्होंने बताया कि, जल्दी हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड का ट्रायल भी शुरू किया जाएगा। उम्मीद ऐसी जताई जा रही है कि, इस साल के आखिरी तक यह प्रोजेक्ट हो जाएगा । कोलकाता मेट्रो ने ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर प्रोजेक्ट शुरू किया था। यह पूरा कॉरिडोर 17. 5 किलोमीटर लंबा है। बता दें कि ये कॉरिडोर हुगली नदी के नीचे एक स्ट्रेच के साथ कोलकाता के रास्ते साल्ट लेक और हावड़ा को जोड़ेगा। पूरे कॉरिडोर की लंबाई करीबन 16. 55 किलोमीटर बताई जा रही है। सेक्टर V से सियालदाह तक का कॉरिडोर शुरू हो चुका है. बाकी सियालदाह से हावड़ा मैदान तक का कॉरिडोर शुरू होना बाकी है। 16. 55 किलोमीटर के लंबे कॉरिडोर में से 10.8 किलोमीटर का हिस्सा अंडरग्राउंड है। वही बाकी बचा हुआ 5 .8 किलोमीटर एलिवेटेड है।