UP Nagar Nikay Chunav 2023: झांसी नगर निगम का मेयर चुनाव तीनों ही प्रमुख दलों भाजपा, सपा तथा बसपा के गले की हड्डी बन गया है। तीनों ही दलों के प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद पार्टी संगठन में बगावत खुलकर सामने आ गई हैं। अपने आपको दावेदार मानकर चल रहे नेताओं के नाम काटे जाने से खफा दावेदारों ने किसी भी हालत में घोषित प्रत्याशी को न जीतने देने की धमकी देने वाले तेवर जता दिए हैं। जिससे इन दलों के नेतृत्व के माथे पर पसीना ला दिया है। ऐसे में दावेदार केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ बगावत शुरू कर सड़क पर आ गए हैं।
जानें क्या है झांसी सीट का मामला
बीजेपी: पहले बीजेपी की बात करें तो उसके केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व विधायक बिहारी लाल को मेयर सीट के लिए नाम फाइनल किया है। पूर्व विधायक का नाम सूची में देख बीजेपी की पूर्व मेयर किरन वर्मा का बगावती पारा चढ़ गया। पार्टी टिकट न मिलने नाराज किरन वर्मा ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाहरी प्रत्याशी को वह किसी भी कीमत पर मेयर चुनाव नहीं जीतने देंगी। उनके इस एलान और नामांकन ने बीजेपी के लिए बड़ी चुनाव जीतने की चुनौती खड़ी कर दी है।
समाजवादी पार्टी : इसी तरह समाजवादी पार्टी ने झांसी मेयर सीट के लिए डॉ रघुवीर चौधरी का नाम फाइनल किया है। अचानक ही इसके 1 दिन के बाद ही सपा ने डॉ रघुवीर का टिकट काटकर पूर्व विधायक सतीश जतारिया को दे दिया। इससे गुस्साए डॉ रघुवीर चौधरी ने भी सपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है।
बसपा: बहुजन समाज पार्टी का हाल भी कमोबेश बीजेपी और सपा जैसा ही हो गया है। जहां दूसरे नंबर के दावेदार ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। दावेदारों की इस बगावत ने वोटबैंक को सहेजे रखने की इतनी बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। कि झांसी का मेयर कौन बनेगा 13 मई को ही पता चलेगा।
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