Uttarakhand News: पिछले महीने अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति समेत दो लोगों के द्वारा एक हिंदू लड़की को कथित तौर पर भगा ले जाने की घटना के बाद उत्तराखंड के पुरोला सहित अन्य जिलों में सांप्रदायिक तनाव चरम पर है। पुरोला के मुस्लिमों द्वारा संचालित दुकानें सोमवार 12 जून को भी लगातार 17वें दिन बंद रहीं। इसी सिलसिले में उत्तरकाशी जिले के डीएम अभिषेक रोहिल्ला और एसपी अर्पण यदुवंशी ने सोमवार को पुरोला का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इस बीच मुस्लिम व्यापारियों के उत्तरकाशी से पलायन का मामला तब और गरमा गया जब इसको लेकर AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर दिया। इसके बाद ही डीएम ने 15 जून को बुलाई गई महापंचायत को रोकने की अपील करने सोमवार को पुरोला पहुंचे।
जानें क्या कहा ओवैसी ने ट्वीट में
पुरोला में 15 जून महापंचायत बुलाए जाने और विशेष समुदाय के पलायन के बाद उपजे माहौल पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर मामले को राजनीतिक रंग दे दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन कायम हो। 15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए। वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान की जाए। वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतजाम किया जाए।” इसके बाद ही महापंचायत को रुकवाने के लिए डीएम ने अपील की। लेकिन प्रधान संगठन ने इससे साफ इंकार कर दिया।
भाजपा बोली- लव जिहाद, लैंड जिहाद अस्वीकार्य
बता दें पुरोला घटना में AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया के बाद भाजपा ने कड़ा स्टैंड लेते हुए पलटवार किया। भाजपा प्रवक्ता मनबीर सिंह चौहान ने कहा कि ओवैसी लव जिहाद और लैंड जिहाद की पैरोकारी कर रहे हैं। जो पूरी तरह अस्वीकार्य है। ओवैसी न तो मुस्लिम समुदाय के स्वीकार्य नेता हैं औ न ही उनके शुभचिंतक हैं। भाजपा राज्य की डेमोग्राफी चेंज की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने देगी। किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने देंगे और न ही कोई कानून के ऊपर है। ओवैसी लाख कोशिश कर लें उनके जहरीले बोल देवभूमि को अशांत नहीं कर सकते।
इसे भी पढ़ेंः 22 जनवरी को होगें Ram Mandir में रामलला विराजमान, ट्रस्ट ने भेजा PM Modi को न्यौता
किसी को भी पुरोला छोड़ने को नहीं बोला
उधर दूसरी ओर व्यापार मंडल के अध्यक्ष बृजमोहन सिंह चौहान ने कहा कि जो भी बैठक के दौरान फैसला लिया गया। उसमें अपराधी प्रवृत्ति के मुस्लिम व्यापारियों के अलावा किसी को भी पुरोला छोड़ने के लिए नहीं कहा गया। जिन लोगों ने भी अपनी दुकानों को बंद कर शहर छोड़ दिया है उन्होंने अपनी मर्जी से किया है। चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम व्यापारियों द्वारा अपराधियों की पहचान करने में सहयोग नहीं किये जाने के कारण लोगों में गुस्सा है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।