Violence in Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाक के हालात विस्फोटक स्थिति में पहुंच गए हैं। वहां पूरे पाकिस्तान में जगह-जगह जबरदस्त हिंसा,आगजनी से हालात बेकाबू हैं। सेना और पीटीआई के समर्थकों के बीच अब आमने सामने का टकराव शुरू हो गया है। बता दें पूर्व पीएम इमरान को कल 9 मई 2023 को दोपहर इस्लामाबाद हाईकोर्ट से अल कादिर ट्रस्ट के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद से ही पाक के अंदर गृहयुद्ध जैसै हालात पैदा हो गए हैं। अब तक की हिंसा में 15 लोगों की मौत और करीब 60 लोगों से ज्यादा के घायल होने की खबरें आ रही हैं।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी को बताया वैध
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हाईकोर्ट के जजों के बीच भी इस फैसले को लेकर पहले उहापोह की स्थिति थी। क्यों कि हाईकोर्ट ने पहले इमरान की गिरफ्तारी को अवैध बताया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आमेर फारुक ने गिरफ्तारी तुरंत बाद बयान जारी किया की पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी अवैध है तो उन्हें रिहा करना होगा। लेकिन इसी के कुछ ही घंटों के बाद कोर्ट की तरफ से कहा गया कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB)ने गिरफ्तारी के समय सभी प्रोसीजर्स का पालन किया है। इसलिए गिरफ्तारी पूरी तरह वैध है।
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4-5 दिन NAB की हिरासत में रहने की संभावना
हाईकोर्ट परिसर से इमरान की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद के न्यू पुलिस गेस्ट हाउस में पेश किया जा सकता है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इमरान के अगले 4-5 दिनों तक NAB की हिरासत में रहने की संभावना है। पीटीआई के फवाद चौधरी के मुताबिक पाकिस्तानी रेंजर्स ने इमरान को गिरफ्तार कर किसी अज्ञात स्थान पर रखा है। पूर्व पीएम इमरान को अर्धसैनिक बलों ने तब गिरफ्तार किया जब अल कादिर ट्रस्ट के मामले में सुनवाई के लिए कोर्ट परिसर में मौजूद थे। उसी अर्धसैनिक बलों ने गिरफ्तार कर इमरान का कॉलर पकड़कर एक वैन में ले गए। इसके बाद ही पीटीआई समर्थकों ने इस्लामबाद के रावलपिंडी स्थित सेना के हैडक्वार्टर तथा लाहौर में कोर कमांडर के निवास पर हमला बोल दिया।
सोशल मीडिया पर लगाई पाबंदी
इमरान की गिरफ्तारी को लेकर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ आज इस्लामाबाद के सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। जिसके लिए एक बार फिर से समर्थकों से सुबह कोर्ट में जुटने का आह्वान किया था। इधर पूरे पाकिस्तान हालात को बिगड़ते देख शहबाज शरीफ सरकार ने सोशल मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया है। यूट्यूब, फेसबुक,व्हाट्सएप तथा ट्विटर जैसे सभी प्लेटफार्म्स को अफवाहों पर लगाम लगाने को बंद कर दिया है। केवल सरकारी संस्थानों में ही उपयोग की इजाजत दी गई है।
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