Sunday, December 22, 2024
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W. Bengal News: नियुक्तियों को लेकर CM Mamata Banargee की राज्यपाल से ठनी, जानें कैसे शुुरु हुआ नया विवाद

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Arvind Kejriwal: महिला अदालत में महिलाओं की सुरक्षा पर उठे सवाल! नारी सशक्तिकरण की दिशा में AAP सुप्रीमो की एक और पहल

Arvind Kejriwal: महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली सरकार की प्रथम प्राथमिकता रही है। यही वजह है कि लगभग दशक भर से दिल्ली सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) ने महिलाओं की हित का ख्याल रखते हुए कई कदम उठाए हैं।

Delhi Assembly Election से पहले Arvind Kejriwal का मास्टरस्ट्रोक! महिलाओं को मुफ्त बस सेवा के बाद 2100 रुपए देने का वादा

Delhi Assembly Election: राजधानी में विधानसभा चुनाव से पहले 'मुफ्त' की गूंज सुनाई दे रही है। सत्तारुढ़ दल AAP ने इसी कड़ी में खास समीकरण साधते हुए बड़ा कदम उठाया है। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने चुनाव (Delhi Assembly Election) से पहले ऐलान किया है कि दिल्ली में आप की सरकार बनी तो महिलाओं को प्रति माह 2100 रुपए उपलब्ध कराया जाएगा।

W. Bengal News: पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर से राज्यपाल सीवी आनंद बोस और सीएम ममता बनर्जी के बीच नियुक्तियों को लेकर ठन गई है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस के द्वारा 11 विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्तियों को लेकर दोनों आमने सामने हैं। सीएम ममता ने राज्यपाल के इस कदम को गैर संविधानिक कदम करार दिया है। इसके साथ ही राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए राज्यपाल के द्वारा नियुक्त कुलपतियों को कुलपति के तौर पर वेतन और भत्ते नहीं लेने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिसने दोनों के संघर्ष के बीच आग में घी का काम कर दिया है। शिक्षा विभाग ने दलील दी है कि उपरोक्त सभी नियुक्तियां राज्य के परामर्श के बिना की गईं हैं।

राज्य सरकार बोली-नहीं मिलेगा वेतन

प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने नियुक्त कुलपतियों के वेतन भत्तों को रोकने का फैसला कानूनी सलाह के बाद लिया गया है। राज्य के शिक्षामंत्री बात्य बसु के मुताबिक हमने इन नियुक्तियों पर आपत्ति दर्ज कराई थी और इसके लिए सरकार की नाराजगी भी दर्ज कराते हुए इन नियुक्तियों को अवैध घोषित कर दिया था। इसके बाद ही उसकी तरफ से विश्वविद्यालय के कुलसचिव को वेतन और भत्तों पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उपरोक्त नियुक्तियों को राज्य सरकार किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगी। इसके साथ ही सरकार ने संबंधित प्राध्यापकों से भी कुलपति के पद स्वीकार न करने के अनुरोध किए हैं। जिसके बाद कुछ ने खारिज कर दिया तो अधिकांश ने इसे स्वीकार कर लिया है।

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शिक्षा विभाग ने किया अवैध

कुलसचिवों को भेजे गए निर्देशों के मुताबिक कहा गया है कि इन कुलपतियों की नियुक्ति वैध नहीं हैं। अतः वे वेतन और भत्ता जमा नहीं कर सकते। अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद से इन नियुक्तियों ने टकराव का रूप धारण कर लिया है। बता दें जिन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का कार्यकाल समाप्त हो चुका था। उनकी जगह पर कुछ प्रोफेसरों की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पिछले महींने ही एक बैठक बुलाई थी।

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Hemant Vatsalya
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Hemant Vatsalya Sharma DNP INDIA HINDI में Senior Content Writer के रूप में December 2022 से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने Guru Jambeshwar University of Science and Technology HIsar (Haryana) से M.A. Mass Communication की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ ही उन्होंने Delhi University के SGTB Khalasa College से Web Journalism का सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है। पिछले 13 वर्षों से मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं।

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