Weather News: भारत में इस बार मौसम तेजी से बदला है। ऐसा कह सकते हैं कि ग्लोबल वार्मिंग का असर दिखना शुरू हो गया है। इस बार मई की बात करें तो अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बारिश अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक मई महीने में अब तक देश के ज्यादातर हिस्सों में 90 फीसदी तक बारिश दर्ज की जा चुकी है। अगर बारिश का सिललिसा ऐसे ही जारी रहा तो जल्द बारिश अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ देगी।
1971 की मई में बरसे से सबसे ज्यादा मेघा
बता दें कि भारत में अब तक 90 फीसदी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, अब तक मई के महीने में सबसे ज्यादा बारिश 1971 में हुई थी। उस समय 130.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जबकि, 2020 का मई अब तक का सेकंड वेटेस्ट मई (Second Wettest May) था। मई 2020 में लगभग 120.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी। (ये डाटा 1951 के बाद रिकॉर्ड किया गया है, जब से भारत में मौसम के रिकॉर्ड रखे जाने लेगे)।
बारिश से तापमान में गिरावट, लोगों ने ली राहत की सांस
लगातार हो रही बारिश ने लोगों को काफी राहत दी है। बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है। हालांकि पहले के मुकाबले इस बार ज्यादा गर्मी नहीं पड़ रही है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में तापमान तेजी से बढ़ा था। वहीं, मौसम ने भी तेजी से करवट बदली और अब देश भर में झमाझम बारिश हो रही है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
बेमौसम बारिश से फसलों को नुक्सान
बारिश से जहां लोगों को राहत मिल रही है तो वहीं इसका नुकसान किसानों को हो रहा है। लगातार बेमौसमी बारिश के चलते किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। अब तब किसानों को लाखों का नुकसान हो चुका है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों की मुख्य फसल गेहूं को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, कई अन्य राज्यों में सब्जियों की फसल पर भी बेमौसमी बारिश की मार पड़ी है।
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