Saturday, November 23, 2024
Homeदेश & राज्यFather's Day 2023: फादर्स-डे हर बार जून के तीसरे हफ्ते में ही...

Father’s Day 2023: फादर्स-डे हर बार जून के तीसरे हफ्ते में ही क्यों मनाया जाता है , जानिए दिलचस्प किस्सा

Date:

Related stories

Father’s Day 2023: आज  यानि 18 जून को पूरे विश्व में फादर्स-डे मनाया जा रहा है। हर साल जून महीने के तीसरे हफ्ते में ही यह दिन को मनाया जाता है। इस दिन को दुनिया में उपस्थित सभी पिताओं को स्पेशल महसूस कराने के लिए मनाया जाता है। पिता हर परिवार का सबसे अधिक महत्वपूर्ण सदस्य होता है। जिसके बिना परिवार के बाकी  सदस्या रहने के बारे में सोच भी नहीं सकते है। जब तक हर घर में पिता मौजूद है , तब तक उस घर में कुछ ना होते हुए भी घर के सभी लोग खासतौर से बच्चे बहुत खुश होते हैं। बच्चों के लिए उनके पापा सुपरमैन और सुपर हीरो का किरदार अदा करते है। कोई भी चीज की आवश्यकता होने पर बच्चे सबसे पहले अपने पाप के पास ही जाते है और पिता कुछ देखे बिना अपने बच्चे की हर ख्वाहिशों को पूरा करने क लिए दिन-रात मेहनत करता रहता है। लेकिन कई बार बच्चे बड़े होने पर अपने पापा की यह जिम्मेदारियों और उनके द्वारा किए गए प्रयत्नों को समझ नहीं पाते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए आपको आखिर हर साल जून महीने के तीसरे हफ्ते में इस पिता दिवस या फादर्स-डे को क्यों मनाया जाता है। इसके साथ ही कब से इस खास दिन की शुरूआत हुई थी और किस जगह इसको सबसे पहले मनाया गया था आदि प्रश्नों के बारे में जाननें को मिलेगा।।

यह भी पढ़ें : Father’s Day 2023: इस फादर्स डे पर बनाएं अपना पापा के लिए कुछ खास, आ जाएंगे दिल के और पास

फादर्स-डे का इतिहास

अमेरिका में रहने वाली सोनोरा स्मार्ट डोड मदर्स-डे से बहुत ज्यादा प्रेरित थी। जिसके चलते सन् 1909 में डोड ने पूरे देशभर में इस फादर्स-डे  मनाने का प्रस्ताव रखा था जिसमें सबसे पहले  वहां के गुरूओं ने अपनी सहमति दिखाई थी। इसके बाद वहां के राष्ट्रपति केल्विन कूलिज ने सन् 1924 फादर्स-डे को मनाने के लिए अपना समर्थन किया था। उसके बाद 1966 में राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने इसे ऑफिशियल रूप से मनाने का आदेश दे दिया था। इसके साथ ही जून के सोनोरा के पिता का जन्मदिन भी आता था। जिसके चलते 1972 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने कानूनी रूप से साइन करके इसे जून के तीसरे हफ्ते में मनाने का फैसला लिया था। पहला फादर्स-डे 19 जून , 1910 में बनाया गया था।

किसने की इस दिन की शुरूआत

अमेरिका में पहने वाली सोनोरा स्मार्ट डोडा ने सन 1909 में इस खास दिन को मनाने के लिए सबसे पहले बात छेड़ी थी। जिसे आगे चलकर लोगों ने सराहया और बाद में पूरे विश्व भर में इस दिन को मनाया जा रहा है।

क्या है इस दिन की खासियत

लोगों का मानना होता है कि बच्चा सबसे ज्यादा अपने मां के करीब होता है। घर पर मां के रहने से हमेशा मां के प्यार को ज्यादा महत्वता दी गई है और लोगों का मानना है कि मां अपने बच्चों से ज्यादा प्यार करती है। लेकिन पिता भी अपने बच्चों से उतना ही प्यार करते हैं। वह अपने बच्चों की इच्छाएं को पूरी करना और उन्हें सब प्रकार की सुविधाएं मिली  इसके लिए वह दिन-रात काम भी करते है। तो ऐसे में पापा के प्यार को हमेशा कम और अनदेखा किया जाता है। तो इस दिन की खासियत यह है कि हम अपने पापा के प्यार और उनके द्वारा किए गए त्याग को समझें। बच्चे अपने पापा को प्यार और सम्मान दें। उनके लिए जो भी हमारी जिम्मदारियां हैं उसे अच्छे से पूरा करें आदि के लिए फादर्स-डे को पूरे दुनिया भर में मनाया जात है।

ये भी पढ़ें: Goat milk: अमृत के सामान है बकरी का दूध! osteoporosis समेत कई बीमारियों के लिए है रामबाण दवा

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Akansha Tiwari
Akansha Tiwarihttps://www.dnpindiahindi.in
आकांक्षा तिवारी ने हाल ही में IP यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने DNP इंडिया से की है। जहां वे बतौर एजुकेशन और लाइफस्टाइल कॉन्टेंट राइटर के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। इससे पहले वो कई मीडिया चैनलों के साथ बतौर इंटर्न भी काम कर चुकी हैं।

Latest stories