Kiss: आज के समय में किस करना प्यार करने के बराबर माना गया है। कहा जाता है कि जब कोई अपना प्यार जताता है तो वह अपने प्यार तो किस के जरिए प्रतीत करता है। लेकिन किस करने का इतिहास बहुत ही पुराना रहा है और यह काफी दिलचस्पी है। किस करने की शुरुआत के साथ ही एक ऐसा दौर भी आया जब सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। एंथ्रोपोलॉजिस्ट अलग-अलग थ्योरी के माध्यम से बताते हैं कि किस करने की शुरुआत कैसे और कहां से हुई।
पूर्वजों से सीखा किस करना
पहली थ्योरी में बताया गया है कि जिस तरह बच्चा जन्म लेता है तो उसको मां खाने का टुकड़ा सीधे उसके मुंह में नहीं डालती बल्कि चबाया हुआ कौर मुंह से मुंह में दिया जाता है। इस तरह से ह्यूमन इवोल्यूशन को देखते हुए कहा जा सकता है कि चिंपैंजी भी अपने बच्चों को प्यार करते हुए किस करती है और इसी तरह से खाना खिलाती है। अब इसके माध्यम से कहा जा सकता है कि अपने पूर्वजों को देखते हुए हमने किस करने का तरीका इनसे सीखा हो।
किस करना एक एक्सीडेंट की देन है
दूसरी थ्योरी में बताया गया है कि किस करना एक एक्सीडेंट की देन है। टैक्सास ए एंड यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजिस्ट विभाग ने इस पर एक स्टडी की थी। क्लेम किया गया कि सूंघते हुए एकाएक दूसरे को किस कर लिया होगा और यहीं से किस करने की शुरुआत हुई। इस बात को लोग इसलिए गंभीरता से लेते हैं क्योंकि पुराने के समय में जब लोग एक दूसरे से मिलते थे तो उनको सूंघा जाता था। शायद इसी वजह से किस करने की शुरुआत हुई।
होठों पर किस करना प्यार करने का प्रतीक बताया
अन्य थ्योरी में बताया गया है कि किस करने की शुरुआत भारत देश से ही हुई है। पुराने समय में जब प्राचीन ग्रीक भारत आए थे तो उसके बाद लौटते हुए किस करने का कांसेप्ट भी अपने साथ ले गए। इसी तरह से यह पूरी दुनिया में फैल गया। इस तरह समय के साथ किस करने का कांसेप्ट भी बदलता रहा है। इसके अलावा होठों पर किस करना प्यार करने का प्रतीक बताया जाने लगा। लेकिन किस करने पर फ्रांस अपना ठप्पा लगाता है। क्योंकि इसकी शुरुआत किसी फ्रांसीसी जोडे से हुई होगी।
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किस को लेकर फ्रांस ने किया दावा
फ्रांस किस करने पर दावा भी कर चुका है। लगभग एक दशक पहले फ्रांस ने अपनी डिक्शनरी में शामिल करते हुए किस करने को ‘गलॉश’ का नाम दिया था। इसके बाद फ्रांस ने दावा किया था कि पहले वर्ल्ड वॉर के समय अमेरिकी सैनिकों ने फ्रांस में कुछ समय बिताया था। उसके बाद उनका किस करने का भेद जान लिया और अलग-अलग देशों में फैला दिया। इस तरह किस करने को लेकर देशों ने अपने-अपने दावे किए हैं। इस तरह फ्रेंच किस पर पश्चिमी के कई मुल्कों ने अपनी मोहर लगाई हैं।
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