Premanand Maharaj: युवाओं का रोना, परेशान रहना, दूसरों पर झल्लाना, ये सब कुछ एक विशेष परिस्थिति में होता है। जैसे कि युवा के किसी पारिवारिक समस्या, आर्थिक समस्या या निजी (ब्रेकअप) समस्या से जूझने की परिस्थिति। इससे इतर भी कुछ ऐसी परिस्थितियां होती हैं, जो युवाओं को भीतर से तोड़ देती हैं। हम आज, ब्रेकअप यानी की पार्टनर के साथ रिश्ते पर लगने वाले पूर्ण विराम की बात करेंगे। बहुतायत युवा ऐसे मिल जाते हैं जो गर्लफ्रेंड द्वारा धोखा देने का दावा कर मन में बदला की भावना पाल रहे होते हैं। उन जैसों के लिए प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) ने खास उपदेश दिया। प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि कैसे किसी के द्वारा तिरस्कृत करने से बाद भी आपका जीवन बच सकता है। गुरु प्रेमानंद (Guru Premanand) महाराज ने ये भी बताया है कि कैसे गर्लफ्रेंड के प्रति मन में रहने वाली बदले की भाव गलत होती है।
गर्लफ्रेंड के धोखा देने के बाद ‘बदला’ लेने की है भावना, तो सुन लें Premanand Maharaj का उपदेश
“मैनें किसी से प्रेम किया, उसने किसी और से प्रेम कर लिया। अब मन में बदला लेने की भावना आ रही है। क्या करूं?” ये सवाल एक युवक का है जो विषम परिस्थिति से जूझता हुआ प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) के दरबार में पहुंचा। युवक के इस सवाल का जवाब प्रेमानंद महाराज ने बड़े तार्किक अंदाज में दिया है। प्रेमानंद महाराज का उपदेश सुन आंखें खुली की खुली रह जाएंगी।
‘भजनमार्ग’ के आधिकारिक यूट्यूब हैंडल से जारी शॉर्ट वीडियो में प्रेमानंद महाराज इस सवाल का जवाब देते हुए एक बड़ी लकीर खींच देते हैं। प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि “नहीं, नहीं। बदला लेने की भावना त्याग दो। चुप-चाप सह जाओ। बहुत कृपा हो गई तुम पर, नहीं तो विवाह होने के बाद लड़की बदल जाती तो क्या करते? भगवान की कृपा मानों, उस कन्या को प्रणाम करो कि आपने अच्छा किया अपना असली रूप पहले ही दिखा दिया। बाद में दिखाती तो हम किसी काम के नहीं रहते।”
हालात से परेशान युवक फिर पूछता है कि “उसी ऑफिस में जाने पर उससे सामना होता है?” प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि “कोई फर्क नहीं पड़ता, बहादुर बनो, दिखाओ कि मै तुमसे अच्छा हूं। मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं। अगर वो हंसे तो तुम भी हंस दो। हंसने में क्या जाता है। हंसते खेलते मस्त रहो और जिंदगी को आनंदमय बनाओ। परिस्थिति में मत डूबो, परिस्थिति को काट कर आगे बढ़ो। उसको आशीर्वाद दो कि हमने तो तुम्हें प्यार किया, तुम भले प्यान न करो। तुम्हारा मंगल हो, भगवान तुम्हें सुखी रखें, यही सही मार्ग है।”
युवाओं के लिए क्यों जरूरी है प्रेमानंद महाराज का खास संदेश?
आधुनिकता के इस दौर में युवाओं के भीतर धैर्य धारण रखने की क्षमता प्रभावित नजर आती है। युवाओं का मन अब के दौर में छोटी-छोटी बातों पर अशांत हो जाता है। ब्रेकअप की स्थिति भी ऐसी ही होती है, जब किसी को पार्टनर की याद सताती है तो कोई पार्टनर के प्रति नफरत के भाव से भर कर बदला लेने की तैयारी में जुटता है। यही वजह है कि युवाओं को अध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज का ये खास संदेश अवश्य सुनना चाहिए ताकि उनकी आंखें खुल सकें और वे गलत कदम उठाने से पहले विचार करें।