Premanand Maharaj: आधुनिकता के इस दौर में युवाओं के समक्ष कई तरह की परेशानिया हैं। सुख-सुविधा का भोग कर रहे युवा भी डिप्रेशन और गंदी क्रिया का शिकार बन सकते हैं। ऐसे युवाओं की तादाद भी अच्छी-खासी है जो तमाम परेशानियों का हल ढूंढ़ने के लिए जद्दो-जहद करते हैं और समाधान के तरीके ढूंढते हैं। प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) को सुनना ऐसे युवाओं के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज ने अपने दरबार में गंदी क्रिया की लत व डिप्रेशन की मार झेल रहे एक युवा की दर्द भरी दास्तां सुनते हुए कुछ सुझाव बताए हैं। प्रेमानंद महाराज द्वारा बताए गए सुझाव युवाओं के लिए रामबाण साबित हो सकते हैं और डिप्रेशन व गंदी क्रिया की लत से जुड़ी उनकी परेशानियों खत्म हो सकती हैं।
‘गंदी क्रिया’ व ‘डिप्रेशन’ का हैं शिकार तो ध्यान से सुनें Premanand Maharaj की बात!
‘मैं बहुत हताश होकर, निराश होकर और हारकर आपकी चरणों में आया हूं। मेरी इतनी बुरी दशा है कि मैं इसका वर्णन नहीं कर सकता। मैं गंदी क्रिया और गंदे दृश्य देखना छोड़ नहीं पा रहा हूं। मेरी जो दुर्गति हो रही है वो मैं ही जानता हूं। डिप्रेशन की दवा 6, 7 वर्ष से चल रही है। आप मुझे बचा लें।’ ऐसा कहना है एक युवक का जो प्रेमानंद महाराज के दरबार में अपनी अर्जी लेकर पहुंचा। प्रेमानंद महाराज ने युवा को बेहद ही तार्किक अंदाज में इस मसले का हल बताया है।
गुरु प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि “सब ठीक हो जाएगा। मेरी बात आराम से सुनो, आज से निश्चिंत हो जाओ। तुम पहले अपने दिमाग से निकाल दो कि मुझे कुछ छोड़ना है। अब आपको पकड़ना है। आप जो रहा है उसकी चिंता मत कीजिए। प्रसन्न रहिए और थोड़ा काम करते रहिए। घर में जो भी काम हो करो और खाली मत रहो। तुम गलत हो ये दिमाग से हटाओ, क्योंकि ये सोच आपको गिराती चली जाएगी। आज हम आपको कह रहे हैं और आपका हाथ पकड़ रहे हैं आप निश्चिंत रहो। आप कभी गलत हो नहीं सकते, आप भगवान के अंश हैं। ये मन गलत हो गया है, इसको भोगने दो। तुम भगवान के अंश को, तुम्हें कभी कोई विकार आ ही नहीं सकता।”
प्रेमानंद महाराज युवक से कहते हैं कि “राधा नाम का जप करो, जहां रहो राधा-राधा जप करो। जो गलती तुम्हारा मन कर रहा है उसे होने दो। एक दिन आएगा जब सभी गलतियां छूट जाएंगी, क्योंकि आपका प्रयास आपको उठाएगा। बिल्कुल निश्चिंत रहो और कोई भी गलती का चिंता मत करो। ऐसा करोगे तो प्रसन्नता तुम्हारी गलती पर चढ़ बैठेगी और कभी गलती नही होगी। ये ध्यान रखो की तुम्हें ब्रह्मचर्य नहीं खंडित करना है।”
‘गंदी क्रिया’ करने वालों के लिए क्या बोले गुरु प्रेमानंद महाराज?
गंदी क्रिया करने वालों के लिए प्रेमानंद महाराज ने बड़ी बात कह दी है। प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि “कभी हस्तक्रिया मत करना। इसका ध्यान रख लो, हस्त क्रिया मत करो और सदैव राधा नाम का जप करो। तुम महीने भर जाप करो और फिर आके मिलना हमसे दोस्त भाव से, निश्चिंत हो जाओ।” प्रेमानंद ने मां गंगा और भगीरथ से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया। उन्होंने कहा कि “एक बार मां गंगा, भागीरथ से बोलीं कि जब बहुत से पापी मेरा स्पर्ष करेंगे तो मैं मलीन हो जाउंगी। उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा साधना, संदर्चना। जो प्रशांत मन साधु, भगवान के चिंतन में लगे हुए हैं जब चरण रखेंगे तो गंगा निस्पाप हो जाएगी।”
प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि “तुम चिंता मत करो, कोई काम करो। हस्तमैथुन जीवन में मत करना। मन को खाली मत रखो। ये बहुत दुष्ट है, मन पापमय होता जाता है। यदि हम भजन करें और भगवान का भजन करें तो सब ठीक हो जाएगा।”