Why Don’t Cry Men: ‘अरे लड़के नहीं रोते’ ये डायलॉग तो आपने भी बहुत सुना था। वहीं ‘मर्द को दर्द नहीं होता’ ये भी अक्सर सुनने को मिल जाता है। अगर ऐसा कभी किसी ने सोचा है आखिर मर्द वास्तव में क्यों नहीं रोते हैं? ये बात तो सौ टका सच है की महिलाओं की तुलना में मर्द बिल्कुल नहीं रोते हैं। लेकिन इसके पीछे वजह क्या है? क्या मर्द में भावनाओं की कमी है? इन चीजों को लेकर कई सारे रिसर्च भी किए गए हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं आखिर बात है क्या?
रिपोर्ट में निकली ये खबर
आपको बता दें, पुरुषों के व्यवहार और महिलाओं में रोने की आदत पर कई सारी रिपोर्ट तैयार की गई है। वहीं इस रिपोर्ट में एक इंटरस्टिंग रिपोर्ट सामने आई की महिलाएं पूरे साल में करीब 40 से 60 बार आंसू बहा देती हैं। वहीं सभी मर्द सही ढंग से 5 से 7 बार भी नहीं रो पाते हैं। लेकिन आपको बता दें, इस बड़े अंतर के लिए दो हार्मोन जिम्मेदार है। जी हां, इन हार्मोंस के अंतर के कारण महिला और पुरुष में ये काफी बड़ा फर्क देखने को मिलता है। तो आइए जानते हैं।
इस हार्मोन के कारण पुरुष होते हैं कठोर
आपको बता दें, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन पाया जाता है। ये हार्मोन पुरुषों के यौन गतिविधि को संचालित करने में मददगार है। वहीं ये हार्मोन पुरुषों को काफी मजबूत और कठोर बनाता है। इसके अलावा इस हार्मोन से पुरुषों के इमोशनल इंटेलिजेंस कम होता है। इसलिए पुरुष महिलाओं के अपेक्षा काफी कठोर होते हैं।
प्रोलेक्टन हार्मोन मनुष्य को बनाता है भावुक
औरतों में प्रोलेक्टन हार्मोन पाया जाता है। ये हार्मोन मनुष्य को भावुक करता है। इस हार्मोन की मात्रा महिलाओं में बहुत पाई जाती है। इसके कारण महिलाएं छोटी-छोटी चीजों पर भावुक हो जाती हैं और रोने लगती है। वहीं इस हार्मोन की मात्रा पुरुषों में न के बराबर होती है। इसके कारण पुरुष अपनी भावनाओं को कंट्रोल कर पाते हैं।