Eknath Shinde: शपथ ग्रहण के लिए तारीख (5 दिसंबर) और स्थान (आजाद मैदान, मुंबई) का ऐलान हो चुका है, लेकिन सबसे अहम मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जद्दो-जहद अभी जारी है। ये वाकया है महाराष्ट्र (Maharashtra) का, जहां मुख्यमंत्री (CM) के नाम को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा है। महाराष्ट्र में छिड़े सियासी जंग के बीच NCP चीफ अजित पवार (Ajit Pawar) ने BJP के सीएम होने को लेकर हामी भर दी है।
हालांकि, महायुति (Mahayuti) के प्रमुख नेता और कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के मन में सस्पेंस बरकरार है। एकनाथ शिंदे के मन में सस्पेंस क्यों बना हुआ है इसको लेकर अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। कोई गृह और वित्त जैसे विभागों के डिमांड की बात कर रहा है तो कोई सीएम पद की लालसा के आसार जता रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की नैया कैसे पार लगेगी?
BJP के CM को लेकर Ajit Pawar ने भरी हामी!
महायुति (Mahayuti) की प्रमुख घटक दल एनसीपी के चीफ अजित पवार (Ajit Pawar) ने बीते दिनों तस्वीर साफ कर दी थी। अजित पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “महायुति की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि महायुति भाजपा (BJP) के मुख्यमंत्री के साथ सरकार बनाएगी। शेष दो दलों (शिवसेना-शिंदे और एनसीपी) के उपमुख्यमंत्री होंगे। यह पहली बार नहीं है जब देरी हुई है।अगर आपको याद हो 1999 में सरकार गठन में एक महीने का समय लगा था।”
Maharashtra के नए CM को लेकर Eknath Shinde के मन में सस्पेंस बरकरार!
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सियासी उठा-पटक के बीच एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने आज यानी 2 दिसंबर के दिन अपनी सभी बैठकों को रद्द करने का फैसला लिया है। एकनाथ शिंदे द्वारा अपनी सभी बैठकों को रद्द करना उनके मन में उपज रहे असंतोष की भाव को उजागर करता है। शिंदे ने पहले तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें BJP के सभी फैसले मंजूर हैं। हालांकि, बाद में वे अपने गृहनगर सतारा के लिए रवाना हो गए। बताया गया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इसके बाद बीते कल एकनाथ शिंदे फिर मुंबई लौटे हैं। उनकी मुलाकात फिलहाल किसी बड़े नेता से नहीं हुई है।
कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे के मन में उपजे सस्पेंस को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना (Shiv Sena) द्वारा गृह और वित्त जैसे अहम मंत्रालय की डिमांड होने की खबर बताई जा रही है, तो कहीं ये कहा जा रहा है कि शिंदे को डिप्टी सीएम का पद मंजूर नहीं है। तमाम कयासबाजी के बीच ये स्पष्ट है कि एकनाथ शिंदे के मन में सीएम फेस को लेकर सस्पेंस है। सस्पेंस होने का कारण क्या है और ये कब तक रहेगा इसकी जानकारी के लिए हमे एकनाथ शिंदे का पक्ष आने तक इंजतार करना होगा।
Devendra Fadnavis की नैया कैसे लगेगी पार?
माया नगरी में सियासी उठा-पटक के बीच सवाल उठ रहे हैं कि Devendra Fadnavis की नैया कैसे पार लगेगी? बता दें कि एनसीपी और शिवसेना (शिंदे) की ओर से विधायक दल का नेता तो चुन लिया गया है। बीजेपी विधायक दल का नेता अभी तक नहीं चुना गया है। ऐसे में देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) भले ही सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन उनके नाम को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है। इस बात की संभावना भी जताई जा रही है कि बीजेपी (BJP) चौंकाने वाली रणनीति अपनाकर नए चेहरे की घोषणा कर सकती है।
हालांकि, इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री (CM) के लिए देवेन्द्र फडणवीस का नाम हो या किसी अन्य नेता का, अभी तक कोई ऐलान न होने के कारण सारे दावे कयासबाजी के हवाले से किए जा रहे हैं। सवाल अभी भी वही है कि देवेन्द्र फडणवीस की नैया कैसे पार लगेगी? इस सवाल का जवाब जानने के लिए बीजेपी विधायक दल और महायुति की अगली बैठक का इंतजार करना ही एकमात्र विकल्प है।