Amit Shah: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी पारा सातवे आसमान पर है। पार्टियां एक दूसरे के ऊपर जमकर हमला बोल रही है। सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मालूम हो कि पांचवे चरण का मतदान 20 मई 2024 को होना है। वहीं चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। इसी बीच न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई मुद्दों पर अपनी बात खुलकर रखी।
400 सीटों को लेकर Amit Shah का बड़ा बयान
बातचीत के दौरान अमित शाह से पूछा गया कि अगर बीजेपी 272 सीटें नहीं हासिल करती तो वह क्या करेगी। इसका जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि “मुझे ऐसी कोई संभावना नजर नहीं आती। 60 करोड़ लाभार्थियों की फौज पीएम मोदी के साथ खड़ी है, उनकी कोई जाति या आयु वर्ग नहीं है। जिन्हें ये सभी लाभ मिले हैं, वे जानते हैं नरेंद्र मोदी क्या हैं और क्यों 400 देना चाहिए”। वहीं प्लान बी के सवाल पर अमित शाह ने कहा प्लान बी तभी बनाना चाहिए जब प्लान ए के सफल होने की संभावना 60% से कम हो। मुझे यकीन है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे”।
सत्ता का दुरूपयोग हमारी पार्टी का काम नही
संविधान में बदलाव को लेकर अमित शाह ने कहा कि “हमारे पास पिछले 10 वर्षों से संविधान को बदलने के लिए बहुमत था। हमने ऐसा कभी नहीं किया। बहुमत का दुरूपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है। बहुमत के दुरूपयोग का इतिहास इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था। लेकिन हाँ, हम 400 सीटें चाहते हैं क्योंकि हम देश की राजनीति में स्थिरता लाना चाहते हैं। हम देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना चाहते हैं। हमने 10 वर्षों में अपनी सीटों का उपयोग अनुच्छेद 370 को निरस्त करने में, तीन तलाक को खत्म कर राम मंदिर का निर्माण, यूसीसी लाने में किया है”।
आरक्षण पर गृह मंत्री ने क्या कहा?
आरक्षण पर हाल ही में सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, “हमने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है, कि जब तक भाजपा का एक भी सांसद है, कोई भी एससी, एसटी आरक्षण को छू नहीं सकता। इस देश में एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का नरेंद्र मोदी से बड़ा कोई समर्थक नहीं है”।
अमित शाह का विदेशी मीडिया पर कटाक्ष
विदेशी मीडिया के ‘बीजेपी 400 से ज्यादा सीटों की चाह में लोकतंत्र का गला घोंट रही है’ बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, “क्या देश के मतदाताओं को विदेशी मीडिया की मंशा के मुताबिक वोट करना चाहिए? कोई कुछ भी कह सकता है लेकिन भारत के मतदाता काफी परिपक्व हैं, गिनती होने दीजिए उसके बाद वे विदेशी मीडिया छुट्टी पर चले जाएंगे”।