Arvind Kejriwal: आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही सियासत गरमा गई है। आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। गौरतलब है कि ईडी की कस्टडी खत्म होने के बाद अरविंद केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। केजरीवाल को कोर्ट ने 15 अप्रैल 2024 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हालांकि अरविंद केजरीवाल के वकीलों का कहना है कि अब वह कोर्ट में बेल के लिए अप्लाई करेंगे। वहीं अब चर्चा तेज हो गई है कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal जेल से ही सरकार चलाएंगे। दिल्ली सरकार में आप मंत्री अतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। वही भाजपा पर भी गंभीर आरोप लगाया।
आतिशी ने क्या है
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि “हमारे देश में इससे संबंधित दो संवैधानिक और कानूनी प्रावधान हैं। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम कहता है कि यदि आप दो साल से अधिक समय से दोषी हैं तो आप जन प्रतिनिधि नहीं बने रह सकते। अरविंद केजरीवाल को दोषी नहीं ठहराया गया है। अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली विधानसभा में भारी बहुमत है, इसलिए अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देने का कोई कारण नहीं है। अगर आज अरविंद केजरीवाल इस्तीफा दे देते हैं तो यह भारतीय जनता पार्टी के लिए विपक्षी सरकारों को गिराने का बहुत ही सरल और सीधा उपाय होगा”।
कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
बता दें कि 1 अप्रैल 2024 को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाला मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। खबरों के मुताबिक केजरीवाल को तिहाड़ जेल के बैरक नंबर-2 में रखा गया है। वहीं मुख्यमंत्री ने कोर्ट से अपील की, कि उन्हें जेल में कुछ किताबे ले जाने दिया जाए, जिनमे रामायण, गीता समेत तीन किताबें शामिल है। वह अब यह देखना दिलचस्प होगा की दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल के अंदर से कैसे सरकार चलाते है।