Rajasthan government: राजस्थान में गहलोत सरकार ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को एक बड़ा झटका दिया है। उपभोक्ताओं के बिजली के बिल में अतिरिक्त फ्यूल सरचार्ज के रूप में यह बढ़ोत्तरी की गई है। जो 45 पैसे प्रति यूनिट के रूप में अगले तीन महींने के लिए की गई है। इसकी मंजूरी के लिए राजस्थान डिस्कॉम के तहत आने वाली तीन बिजली वितरण कंपनियों के बीच बनी सहमति के आधार पर पेश किया गया था। जिसे गहलोत सरकार ने मंजूरी दे दी।
जानें क्या है सरचार्ज लगाने की वजह
राजस्थान सरकार ने उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज लगाने की कई वजह गिनाईं हैं। जिनके मुताबिक सबसे बड़ा कारण पावर प्लांट को ऑपरेशनल बनाए रखने के लिए कोयले की आपूर्ति पर निर्भर रहना पड़ता है। जिसे प्लांट के फ्यूल के तौर पर उपयोग किया जाता है। बाजार में कोयले की रेट और उसकी ढुलाई में बढ़ोत्तरी के कारण उत्पादन लागत में बढ़ोत्तरी हो गई है। इसके साथ ही सरकार की ओर से विभिन्न टैक्स स्लैव में भी बदलाव किए गए हैं।
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किस पर पड़ेगा भार
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने अगले तीन महीने के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट से फ्यूल सरचार्ज बढ़ाया है। यह सरचार्ज 100 यूनिट बिजली की खफत करने वाले उपभोक्ताओं को अब 45 रुपए एक्सट्रा चार्ज भुगतान करना होगा। जो बिजली बिल में जुड़कर आएगा। यह सरचार्ज 50 यूनिट से अधिक खपत करने वाले सभी उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा। इसमें सभी घरेलू,कॉमर्शियल तथा औद्यौगिक उपभोक्ताओं से इसकी वसूली की जाएगी।
इन लोगों को मिलेगी राहत
इसके साथ ही गहलोत सरकार के ऊर्जा सचिव भास्कर ए सावंत के मुताबिक दिशा निर्देशों में साफ है, हर महीने 50 यूनिट से कम खपत करने वाले उपभोक्ताओं के फ्यूल सरचार्ज को सरकार चुकाएगी। इसके साथ ही कृषि उपभोक्ताओं को भी इस सरचार्ज से मुक्त रखा गया है।
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