CAA: गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने CAA कानून को लागू कर दिया है। मोदी सरकार ने इसे लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी है। इस कानून के लागू होने के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोल दिया है। इस कानून को लेकर विपक्षी पार्टियों की अलग अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बता दें कि 2019 में संसद द्वारा सीएए को मंजूरी दे दी गई थी। अखिलेश यादव से लेकर जयराम रमेश ने सभी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “जब देश के नागरिक रोज़ी-रोटी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं तो दूसरों के लिए ‘नागरिकता क़ानून’ लाने से क्या होगा? जनता अब भटकावे की राजनीति का भाजपाई खेल समझ चुकी है। भाजपा सरकार ये बताए कि उनके 10 सालों के राज में लाखों नागरिक देश की नागरिकता छोड़ कर क्यों चले गये। चाहे कुछ हो जाए कल ‘इलेक्टोरल बांड’ का हिसाब तो देना ही पड़ेगा और फिर ‘केयर फ़ंड’ का भी”।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश CAA को लेकर क्या कहा?
बता दें कि कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने अपने CAA पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने में मोदी सरकार को चार साल और तीन महीने लग गए। प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि उनकी सरकार बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से और समयबद्ध तरीक़े से काम करती है। सीएए के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफ़ेद झूठ की एक और झलक है।
नियमों की अधिसूचना के लिए नौ बार एक्सटेंशन मांगने के बाद घोषणा करने के लिए जानबूझकर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले का समय चुना गया है। ऐसा स्पष्ट रूप से चुनाव को ध्रुवीकृत करने के लिए किया गया है, विशेष रूप से असम और बंगाल में। यह इलेक्टोरल बांड घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार और सख़्ती के बाद हेडलाइन को मैनेज करने का प्रयास भी प्रतीत होता है”।
सजय राउत ने बीजेपी पर कसा तंज
केंद्र सरकार की तरफ से नागरिकता संशोधन कानून(CAA) की अधिसूचना जारी करने के बाद शिवसेना (UBT) सांसद सजय राउत ने कहा “ये उनका(भाजपा) आखिरी खेल चल रहा है। चलने दो, लागू होने दो, वे लोग ये खेल करते रहते हैं जब तक चुनाव है तब तक वे CAA-CAA खेलेंगे, खेलने दो”।
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी CAA को लेकर कहा कि पहले मुझे नियम देखने दीजिए। अभी अधिसूचना जारी नहीं हुई है। अगर नियमों के तहत लोगों को उनके अधिकार से वंचित किया जाएगा तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। यह चुनाव के लिए बीजेपी का प्रचार है, यह और कुछ नहीं है।”