Eknath Shinde: महाराष्ट्र की राजनीति में ‘शोले’ फिल्म का जिक्र हो रहा है। तर्क दिया जा रहा है कि शोले फिल्म में दो दोस्त थे। हालांकि, महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में तीन (फडणवीस, शिंदे, अजित पवार) हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या मुख्यमंत्री पद को लेकर इस दोस्ती में दरार आएगी? इसका जवाब अभी सामने नहीं आया है। मुख्यमंत्री (CM) पद को लेकर महाराष्ट्र नें जल्द ही सारी तस्वीरें साफ होंगी। उससे पहले महायुति (Mahayuti) में प्रेसर पॉलिटिक्स और समीकरण साधने की तैयारी शुरू है।
एक तरफ हैं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde)। दूसरी तरफ हैं देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और अजित पवार। मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से दबाव बनाया जा रहा है। अजित पवार (Ajit Pawar) फिलहाल साइलेंट मोड में है। कहा जा रहा है कि अजित पवार समेत एनसीपी के कुल 41 विधायक बीजेपी को समर्थन देंगे। ऐसे में ये स्पष्ट है कि सीएम चाहें एकनाथ शिंदे हो या देवेन्द्र फडणवीस, अजित पवार महायुति का हिस्सा बने रहेंगे। तमाम सियासी समीकरण के बीच सवाल ये है कि क्या देवेन्द्र फडणवीस की नैया पार होगी?
Eknath Shinde का दबाव, Ajit Pawar का साथ!
एकनाथ शिंदे ने आज बड़ा ऐलान करते हुए बाजी बीजेपी के पाले में छोड़ दी है। एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Eknath Shinde Press Conference) के दौरान कहा है कि पीएम मोदी जो भी निर्णय लेंगे वो हमे मंजूर होगा। एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने ये भी कहा है कि “महायुति जिसे भी सीएम चुनेगी, शिवसैनिक उसका समर्थन करेंगे।”
कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का कहना है कि ”मैंने प्रधानमंत्री से कहा है कि अगर मेरी वजह से महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कोई दिक्कत हो तो मन में कोई संदेह न लाएं। वो जो भी फैसला लेंगे, वह अंतिम फैसला होगा। पीएम मोदी परिवार के मुखिया हैं, जिस तरह से बीजेपी के लोग आपके फैसले को स्वीकार करते हैं, उसी तरह हम भी आपके फैसले को स्वीकार करेंगे। मैंने कल पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया था। मेरी वजह से सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।”
शिवसेना नेता शिंदे ने बड़ी रेखा खींचते हुए ये भी स्पष्ट कर दिया है कि “मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना। सीएम का मतलब आम आदमी है, मैंने यह सोचकर काम किया। हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए। मैंने देखा है नागरिक अपना घर कैसे चलाते हैं।”
महायुति के अन्य प्रमुख सहयोगी अजित पवार (Ajit Pawar) भी सधी चाल चलते नजर आ रहे हैं। अजित पवार ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है। दावा किया जा रहा है कि अजित पवार बीजेपी के साथ बने रहेंगे। एनसीपी चीफ ने देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को समर्थन देने की ठान ली है। बस इसके आधिकारिक ऐलान का इंतजार है।
क्या Maharashtra में पार लग पाएगी Devendra Fadnavis की नैया?
क्या देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की नैया पार होगी? महाराष्ट्र का सीएम (CM of Maharashtra) कौन होगा? ये सवाल सियासी गलियारों में तेजी से घूम रहा है। इसी बीच कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने बड़ी रेखा खींचते हुए अहम ऐलान कर दिया है। एकनाथ शिंदे ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट कर दिया है कि महायुति जिसे भी सीएम पद का चेहरा बनाएगी हम उसे समर्थन देंगे। हमें BJP का हर फैसला मंजूर है।” एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के इस ऐलान को सीएम की कुर्सी छोड़ने का संकेत भी माना जा रहा है।
हालांकि, सियासी टिप्पणीकार इसे शिवसेना (शिंदे गुट) की सधी चाल भी बता रहे हैं। देर सुबह ही शिवसेना प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा था कि “सीएम किस पार्टी का हो इसके लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। सवाल है आंदोलन का सामना किसने किया है?” शिवसेना प्रवक्ता ने स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें डिप्टी सीएम का पद स्वीकार्य नहीं है।
ऐसे में एकनाथ शिंदे का कुर्सी छोड़ने का संकेत और शिवसेना प्रवक्ता का भिन्न मत कई संभावनाओं की ओर इशारा कर रहे हैं। फिलहाल सवाल वही है क्या देवेन्द्र फडणवीस की नैया पार होगी? क्या देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे? इस सवाल का जवाब जानने के लिए उचित समय का इंतजार करना होगा ताकि भ्रम और दावे से इतर सभी तस्वीरें साफ हो सकें।