Eknath Shinde: महाराष्ट्र में इन दिनों चुनाव चिह्न को लेकर राजनीति अपने चरम पर। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच जमकर बवाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें भी कम होने का नाम नहीं ले रहीं। बताया जा रहा है कि उद्धव को चुनाव चिह्न के साथ -साथ विधानसभा का दफ्तर भी गंवाना पड़ सकता है। लोक सचिवालय की तरफ से सरकारी दफ्तर को जल्द से जल्द खाली करने के लिए कहा गया है। वहीं पिछले कुछ दिनों से उद्धव और मुख्यमंत्री शिंदे के बीच चल रहा चुनाव चिह्न का मुद्दा भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। ऐसे में अब इस मुद्दे की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट बुधवार को करेगा।
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चुनाव चिह्न को लेकर होगी को सुनवाई
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ने एकनाथ शिंदे को मिले चुनाव चिह्न को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शिकायत की थी। जहां इस मामले की सुनवाई के लिए 22 फरवरी का दिन चुना गया है। इस मामले की पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल का कहना है कि कल मैं इस मामले को एक सही तरीके से सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश करूंगा।अगर सब कुछ सही रहा तो मैं चुनाव चिन्ह उद्धव को वापस दिलवा दूंगा।
बिहार का समता पक्ष भी पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
चुनाव आयोग की तरफ से उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिन्ह दिया गया है। वहीं यह चुनाव चिन्ह बिहार की पार्टी समता पक्ष के पास है। ऐसे में माना जा रहा है कि समता पार्टी भी सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।वहीं लोकसभा सचिवालय के आदेश के बाद संसद भवन के दफ्तर पर भी सीएम एकनाथ शिंदे को कब्जा मिल गया।
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