Monday, November 18, 2024
Homeख़ास खबरेंIndia Vs Bharat: विपक्ष को विदेश मंत्री S. Jaishankar की नसीहत, बोले-...

India Vs Bharat: विपक्ष को विदेश मंत्री S. Jaishankar की नसीहत, बोले- ‘विरोध करने वाले संविधान पढ़ें, वहां भी है भारत का जिक्र’

Date:

Related stories

India Vs Bharat: अब G20 Summit में बदला देश का नाम, PM Modi के सामने रखी कंट्री प्लेट पर ‘इंडिया’ की जगह लिखा ‘भारत’

India Vs Bharat: देश में भारत बना इंडिया को लेकर बहस तेज हो चली है। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि केंद्र सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है।

India Vs Bharat: देश का नाम बदलने के मामले पर संयुक्त राष्ट्र का बड़ा बयान, कहा-‘…हम आवेदन पर करेंगे विचार’

India Vs Bharat: देश के नाम को बदलने वाला विवाद अब विदेश तक पहुंच चुका है। इस विवाद को लेकर अब संयुक्त राष्ट्र ने अपना बयान दिया है।

India Vs Bharat: देश के नाम को लेकर छिड़ी बहस के बीच राहुल गांधी ने कहा- सभी नामों का मतलब है मोहब्बत

India Vs Bharat: भारत और इंडिया को लेकर सियासी संग्राम लगातार बढ़ता नजर आ रहा है। इसको लेकर विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष तक के अपने-अपने तर्क हैं और लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से इस नामकरण वाली खबर को देख रहे हैं। इसी बीच अब राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब पर एक शॉर्ट शेयर किया है।

India Vs Bharat: अब प्रधानमंत्री के कार्ड पर बदला देश का नाम, ASEAN Summit न्योते पर लिखा ‘PM of Bharat’

India Vs Bharat: देश में इन दिनों इंडिया और भारत मामले पर बहस छिड़ी हुई है। इस वहस को अब' Prime Minister of Bharat' ने हवा दे दी है।

India Vs Bharat: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने इंडिया को भारत लिखे जाने वाले चल रहे हंगामे के बीच विपक्ष को संविधान पढ़ने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि संविधान में ‘इंडिया, दैट इज भारत’ का उल्लेख है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले संविधान पढ़ाना चाहिए।

समाचार एजेंसी ANI के साथ एक साक्षात्कार में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इंडिया और भारत एक ही तो है, इसका जिक्र संविधान में भी है। मैं हर किसी को इसे (संविधान) पढ़ने के लिए कहूंगा। जयशंकर ने आगे कहा कि जब आप भारत कहते हैं तो एक अर्थ, एक समझ और एक अनुमान आता है और मुझे लगता है कि यही हमारे संविधान में भी परिलक्षित है।

‘…क्यों दिल्ली में ही होती थी बड़ी बैठकें’

इस दौरान जयशंकर ने जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सरकार के इंतजामों पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में यह मानने की प्रवृत्ति थी कि प्रमुख बैठकें केवल दिल्ली में ही आयोजित की जानी चाहिए। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो कोई भी पहले मानता था कि अकेले लुटियंस दिल्ली में बैठकें करने में उन्हें सहजता महसूस होती है, वह अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन मौजूदा प्रशासन के तहत चीजें अलग हैं। यह एक अलग युग है। इस नए भारत में हर क्षेत्र को सामान महत्व दिया जाता है।

कैसे शुरू हुई इंडिया-भारत की बहस ?

दरअसल, बीते दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) के लिए दिल्ली आए मेहमानों को भोज यानी डिनर पार्टी का इनविटेशन दिया था। इस इनविटेशन कार्ड में ही पहली बार ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ लिखा गया था। जिसके बाद इस विषय पर बहस शुरू हो गई और देश में राजनीतिक माहौल गरमा गया। विपक्ष ने सरकार पर देश का नाम बदलने का आरोप लगाया है। विपक्ष का कहना है की उन्होंने अपने गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रखा है, जिस वजह से सरकार ने ऐसा किया है। जबकि, सरकार का साफ किया है की देश का नाम नहीं बदला जा रहा है। संविधान में ‘INDIA और BHARAT’ दोनों का जिक्र है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM  और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories