Hemant Soren Oath Ceremony: झारखंड को नई सरकार मिल गई है। हेमंत सोरेन ने आज बड़ा कीर्तिमान रचते हुए पूर्व सीएम शिबू सोरेन (Shibu Soren) की मौजूदगी में सीएम पद की शपथ ले ली है। हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में आज INDIA Bloc के नेताओं का जमावड़ा लगा है। माना जा रहा है कि रांची में आज हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण कार्यक्रम (Hemant Soren Oath Ceremony) में विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन भी चल रहा है।
रांची के मंच से ‘इंडिया ब्लॉक’ देश की जनता को एकता और गठबंधन में सब कुछ ठीक होने का संदेश दे रहा है। सवाल ये उठ रहा है कि क्या रांची (Ranchi) में INDIA Bloc का शक्ति प्रदर्शन बिहार (Bihar) में NDA के लिए चुनौती बन सकता है? इस सवाल के पीछे कई सारे तर्क दिए जा रहे हैं। ऐसे में आइए हम आपको सारे तर्क और सवालों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
Hemant Soren Oath Ceremony में INDIA Bloc का शक्ति प्रदर्शन!
रांची में आज इंडिय ब्लॉक (INDIA Bloc) के नेताओं का मजमा लगा है। इसकी खास वजह है हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण कार्यक्रम। हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, डीके शिव कुमार, पप्पू यादव और गुलाब नबी मीर पहुंचे हैं। वहीं अखिलेश यादव, तेजस्वी, यादव, संजय यादव, उदयनिधि स्टालिन जैसे नेताओं ने भी हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
मुख्यमंत्रियों की बात करें तो पंजाब के सीएम भगवंत मान और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी रांची पहुंची हैं। इसके अलावा आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा समेत अन्य कई नेताओं की उपस्थिति भी रांची में देखने को मिली है।
इंडिया गठबंधन का शक्ति प्रदर्शन क्या Bihar में NDA के लिए बन सकता है चुनौती?
वर्ष 2000 से पहले बिहार का हिस्सा रहे झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन की सरकार बनी है। इस दौरान रांची में इंडिया ब्लॉक के नेताओं का जमावड़ा नजर आया। झारखंड में दिखी इंडिया गठबंधन की तस्वीरें बिहार में सुर्खियां बटोर रही हैं। इसका खास कारण है बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव। दरअसल, बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त होगा।
ऐसे में कार्यकाल समाप्त होने से पहले यहां विधानसभा चुनाव होना है। बिहार में भी RJD के नेतृत्व में ‘इंडिया गठबंधन’ चुनाव लड़ती आई है। यही वजह है कि आगामी समय में विपक्ष की एकता और मजबूती से चुनाव लड़ने की शैली पर चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि यदि विपक्ष (RJD, Congress, CPI) की चुनावी तैयारी झारखंड की तरह रही तो ये बिहार में NDA के लिए चुनौती बन सकता है। हालांकि, इसकी संभावनाएं अभी कम नजर आ रही हैं।
ध्यान देने योग्य बात ये है कि बिहार में NDA और इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। एक ओर जहां BJP, JDU और LJP-R जैसे दल एनडीए का हिस्सा हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, RJD और वाम दल मिलकर इंडिया गठबंधन का निर्माण करते हैं। वहीं AIMIM, प्रशांत किशोर की जन सुराज भी विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रही है। ऐसे में 2025 में होने वाला बिहार विधानसभा का चुनाव बेहद रोचक होता नजर आएगा।