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जर्मनी ने कुशल भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा कोटा बढ़ाकर किया 4.5 प्रतिशत, दोनों देशों के बीच कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा समझौते पर हुए हस्ताक्षर

India Germany Relation: बड़ी संख्या में भारतीय छात्र जर्मनी में पढ़ाई, नौकरी करने के लिए जाते है। मालूम हो कि जर्मनी का चांसलर ओलाफ शोल्ज इन दिनों भारत की यात्रा पर है।

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India Germany Relations
PM Nodi

India Germany Relations: बड़ी संख्या में भारतीय छात्र जर्मनी में पढ़ाई, नौकरी करने के लिए जाते है। मालूम हो कि जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज इन दिनों भारत की यात्रा पर है। बीते दिन यानि 25 अक्टूबर को ओलाफ शोल्ज ने पीएम मोदी से मुलाकात की, दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चाएं भी हुई। इसी बीच जर्मनी ने बड़ा तोहफा देते हुए कुशल भारतीयों के लिए वीजा की संख्या 20000 से बढ़ाकर 90000 हजार कर दिया है। जर्मनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। (India Germany Relations) वहीं अब कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत जर्मनी के रिश्तें अच्छे होते है तो दोनों देशों को काफी फायदा हो सकता है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी

दोनों देशों के बीच हुए कई अहम समझौते

मालूम हो कि जर्मनी चांसलर ओलाफ शोल्ज अपने तीन दिवसीय भारत के दौरे पर है। 18वें एशिया-पैसिफिक कॉन्फ्रेंस ऑफ जर्मन बिजनेस में पीएम मोदी और ओलाफ शोल्ज ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की, इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर अपनी बात खुलकर रखी। विदेश सचिव द्वारा दी जानकारी के अनुसार दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। जिसमे कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा शामिल है। जर्मनी का भारत में कुल निवेश 13 मिलियन डॉलर का निवेश है(India Germany Relations)।

पीएम मोदी ने जताई खुशी

एशिया-पैसिफिक कॉन्फ्रेंस ऑफ जर्मन बिजनेस में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि “एक तरफ, यहां CEO फोरम की बैठक हो रही है, वहीं दूसरी तरफ, हमारी नौसेनाएं गोवा में बंदरगाह पर एक साथ अभ्यास कर रही हैं।(India Germany Relations) थोड़ी देर में, भारत और जर्मनी के बीच सातवीं अंतर-सरकारी परामर्श भी आयोजित की जाएगी।” उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि भारत और जर्मनी के बीच दोस्ती हर कदम पर, हर मोर्चे पर गहरी हो रही है।

जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने जताई खुशी

पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने कहा, “विशेष रूप से ऐसे समय में, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि भारत दक्षिण एशिया में स्थिरता का आधार है। अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था बड़े पैमाने पर दबाव में आ गई है।” यूक्रेन पर रूस के हमले का परिणाम। यूक्रेन के खिलाफ रूस का आक्रामक युद्ध जर्मनी और भारत को कई तरह से प्रभावित करता है।

कोई भी इस संघर्ष और इसके पड़ने वाले प्रभाव को साफ नहीं कर सकता है। इसलिए, मैं स्वीकार करता हूं कि भारत एक स्थायी समर्थन करता है केवल शांति, और मैं संघर्ष के राजनीतिक समाधान में योगदान देने के लिए सभी पक्षों के साथ विकसित किए गए विश्वसनीय संबंधों का उपयोग करने की आपकी तत्परता से प्रसन्न हूं”।

India Germany Relations की अहमियत

जर्मनी का भारत में कुल निवेश 13 मिलियन डॉलर है। मालूम हो कि जर्मनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। वहीं भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था है। इसके अलावा बड़ी संख्या में भारतीय छात्र वहां पढ़ाई के लिए जाते है। अगर दोनों देशों के बीच रिश्तें मजबूत होते है तो इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी की उम्मीद है।

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