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TMC सांसद Jawhar Sircar ने ममता बनर्जी को पत्र लिख दिया इस्तीफा, बीजेपी का ममता सरकार पर तंज; जानें डिटेल

Jawhar Sircar: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया है।

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Jawhar Sircar
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Jawhar Sircar: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद Jawhar Sircar ने कोलकाता के एक अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना और उसके बाद हुई घटनाओं से निपटने के बंगाल सरकार के तरीके के विरोध में रविवार को अपने संसदीय पद से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि कोलकाता रेप केस मामले में डॉक्टर समेत कई राजनीतिक पार्टियां ममता सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। वहीं टीएमसी के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।

राज्यसभा सांसद Jawhar Sircar को ममता बनर्जी को लिखा पत्र

Jawhar Sircar ने अपने पत्र में लिखा कि”आरजी कर अस्पताल में हुई भयानक घटना के बाद से बहुत दुखी हूं। मुझे उम्मीद थी कि ममता बनर्जी अपने पुराने तरीके से इस मामले में हस्तक्षेप करेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब जो उन्होंने कदम उठाया भी हैं तो उसमे बहुत देरी हो गई है। उन्होंने कहा है कि अब राज्य में शांति बहाल होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए”।

बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने अगस्त 2021 में पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार को राज्यसभा भेजा था। उनका कार्यकाल अप्रैल, 2026 तक था।

बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया

टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार के पार्टी सांसद पद से इस्तीफा देने पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि

“अगर किसी को इस्तीफा देना चाहिए तो वह पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी होनी चाहिए टीएमसी सरकार और ममता बनर्जी ने भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है और उन्होंने अपने पत्र में लिखा है जब भी उन्होंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया तो उन्हें चुप करा दिया गया। ममता बनर्जी ने सबूत नष्ट करने और आरोपियों को बचाने की कोशिश की “।

टीएमसी नेता ने क्या कहा?

टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार के अपने पद छोड़ने पर टीएमसी नेता कुणाल घोष कहते हैं,

“जवाहर सरकार एक सम्मानित व्यक्ति हैं। वह देश के सर्वश्रेष्ठ नौकरशाहों में से एक हैं। यह उनका निजी फैसला है, उनका निजी पत्र है।” इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। उन्हें अपने बारे में कोई भी निर्णय लेने का पूरा अधिकार है। हम बस इतना कहना चाहते हैं कि हम भी उनके पत्र की भावना, सवालों से सहमत हैं लेकिन उनका रुख जो भी हो , यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है हम भी न्याय मांगते हैं। हम समाज के साथ खड़े हैं। हम भी न्याय मांगते हैं।”

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