Thursday, December 19, 2024
Homeख़ास खबरेंKalpana Murmu Soren के सहारे 'चंपई फैक्टर' से पार पाने की कोशिश...

Kalpana Murmu Soren के सहारे ‘चंपई फैक्टर’ से पार पाने की कोशिश में JMM? जानें Hemant Soren की खास रणनीति

Date:

Related stories

Maharashtra New CM: दिल्ली में बैठकों का दौर खत्म, Devendra Fadnavis या Eknath Shinde पर सस्पेंस बरकरार! अब आगे क्या?

Maharashtra New CM: 29 नवंबर का दिन महाराष्ट्र के लिए बेहद अहम है। खबर है कि आज महाराष्ट्र को नया मुख्यमंत्री (Maharashtra New CM) मिल सकता है। इससे पहले मुंबई से लेकर दिल्ली तक बैठकों का खूब दौर चला है।

Shibu Soren की मौजूदगी में Hemant Soren की शपथ! INDIA Bloc का शक्ति प्रदर्शन क्या Bihar में NDA के लिए बन सकता है चुनौती?

Hemant Soren Oath Ceremony: झारखंड को नई सरकार मिल गई है। हेमंत सोरेन ने आज बड़ा कीर्तिमान रचते हुए पूर्व सीएम शिबू सोरेन (Shibu Soren) की मौजूदगी में सीएम पद की शपथ ले ली है। हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में आज INDIA Bloc के नेताओं का जमावड़ा लगा है।

Devendra Fadnavis या Eknath Shinde! Maharashtra में छिड़े संग्राम के बीच किसकी खुलेगी किस्मत? Shaina NC, Sanjay Raut ने दिए संकेत

Devendra Fadnavis: 'समंदर बंपर जीत की सुनामी लेकर लौटा है।' ऐसा महायुति की जीत के बाद कहा जा रहा है। महाराष्ट्र की सियासत में बीते दिनों खूब 'समंदर पॉलिटिक्स' हुई। इसकी वजह थे देवेन्द्र फडणवीस।

Devendra Fadnavis: CM, डिप्टी सीएम या BJP अध्यक्ष? Assembly Elections Maharashtra में जीत के बाद फडणवीस का भविष्य क्या?

Devendra Fadnavis: चुनावी प्रचार के दौरान नागपुर साउथ-वेस्ट सीट पर एक बात कही जा रही है। प्रचारकों ने मतदाताओं को आश्वस्त किया कि 'आप विधायक नहीं बल्कि महाराष्ट्र का सीएम चुनेंगे।'

PM Modi, CM Yogi, Devendra Fadnavis के हिस्से खुशी! Rahul Gandhi, Nana Patole, Sharad Pawar को झटका; विपक्ष का अगला कदम क्या?

Maharashtra Election Result 2024: 'कहीं खुशी, कहीं निराशा!' इस पंक्ति का इस्तेमाल ऐसे मौकों के लिए जाता है जब किसी एक खेमे में खुशी तो वहीं दूसरे खेमे में निराशा हो। ये पंक्ति आज महाराष्ट्र के सियासत को चरितार्थ करती नजर आ रही है।

Jharkhand Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड में भी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2024) को लेकर राज्य में सियासी तनातनी का दौर भी शुरू हो चुका है। झारखंड (Jharkhand) की वर्तमान सत्तारुढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) एक बार फिर अपने प्रभुत्व को बरकरार रखने के लिए बेताब है और इस क्रम में सत्ता वापसी के लिए खूब जोर लगा रही है। वहीं पिछले 5 वर्षों से विपक्ष में काबिज BJP के लिए भी झारखंड का चुनाव बेहद अहम है और पार्टी हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को हरा कर अबकी बार फिर से झारखंड में सत्ता की कुर्सी पर कब्जा करना चाहती है।

झारखंड की राह इंडिया गठबंधन (JMM, कांग्रेस) के साथ NDA (बीजेपी व अन्य दल) के लिए भी आसान नहीं है। राज्य में सियासी उठा-पटक के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को मजबूती मिलने के दावा किया जा रहा है। सूबे के पूर्व सीएम और कोल्हान टाइगर (Kolhan Tiger) के नाम से मशहूर चंपई सोरेन (Champai Soren) अब JMM का दामन छोड़ BJP के साथ हैं। वहीं जेएमएम इस फैक्टर से उबरने के लिए सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी व गांडेय से विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन (Kalpana Murmu Soren) का सहारा ले रही है और महिला वोटर्स को पार्टी ओर आकर्षित करने की नीति पर काम कर रही है। ऐसे में आइए हम आपको इस पूरे प्रकरण के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Jharkhand Assembly Election 2024- ‘चंपई फैक्टर’ से पार पाने की कोशिश में JMM?

झारखंड की वर्तमान सत्तारुढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सामने विधानसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती है। झारखंड के सियासी हालात पहले की तुलना में बदल चुके हैं। बीते दिनों हेमंत सोरेन जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल जा चुके हैं। उन पर कई आरोप भी लगे जिससे उनकी छवि धूमिल होने का दावा है। हालाकि जमानत मिलने के बाद उनके साथ सहानुभूति भी जुटती नजर आ रही है।

सोरेन परिवार के खास रहे चंपई सोरेन भी अब JMM का दामन छोड़ कर BJP के साथ आ चुके हैं। इसके अलावा हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन 2019 में जेएमएम से विधायक निर्वाचित हुई थीं। सीता सोरेन भी अब बीजेपी में हैं और हेमंत सोरेन के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक मंच से ताल ठोक रही हैं। वहीं 5 वर्षों से सत्ता में काबिज ‘इंडिया ब्लॉक’ के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी होने का भी दावा किया जा रहा है।

उपरोक्त सभी चुनौतियों से निपटना JMM के लिए बड़ी चुनौती है। हेमंत सोरेन ने मौजूदा समीकरण और राजनीतिक हिसाब-किताब को देखते हुए खास रणनीति साधी है। उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन (Kalpana Murmu Soren) भी राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हैं और JMM का गढ़ माने जाने वाले कोल्हान इलाके में जाकर चंपई सोरेन को चुनौती दे रही हैं। दावा किया जा रहा है कि कल्पना सोरेने की सक्रियता से JMM को फायदा मिल सकता है और महिला वोटर्स का रूझान पार्टी की ओर जा सकता है। इससे चुनावी परिणाम के बेहतर होने की संभावना है।

झारखंड विधानसभा चुनाव में दिलचस्प है लड़ाई

झारखंड विधानसभा चुनाव की लड़ाई बेहद दिलचस्प है। एक ओर जहां JMM के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक (RJD, JMM, Congress) चुनावी मैदान में है तो वहीं दूसरी ओर BJP के नेतृत्व में NDA (JDU, LJSP-R) भी ताल ठोक रही है। झारखंड का समीकरण बदला है और राज्य के पहले सीएम बाबू लाल मरांडी अपने दल झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) का विलय बीजेपी में कर चुके हैं और अभी पार्टी के अध्यक्ष हैं।

ऐसे में एक ओर जहां JMM के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक खड़ी है तो दूसरी ओर BJP के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन है जो हरियाणा में मिली जीत के बाद आत्मविश्वास से भरा पड़ा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि 23 नवंबर को चुनावी नतीजे किसके पक्ष में आते हैं और किसका समीकरण सही साबित होता है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories