Jharkhand Elections 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार का दौर जारी है। इसी दौरान बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) आज झारखंड पहुंचे। इस दौरान उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन (Kalpana Murmu Soren) के साथ चुनाव प्रचार किया। प्रचार-प्रसार के दौरान पप्पू यादव, जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन के हाथों में हाथ डालकर एकता का संदेश देते नजर आए।
झारखंड (Jharkhand Elections 2024) में पप्पू यादव व अन्य नेताओं की उपस्थिति से ‘इंडिया ब्लॉक’ (JMM, Congress, RJD) का समीकरण बदलता नजर आ रहा है। सवाल उठ रहे हैं क्या 5 वर्षों की एंटी इनकंबेसी के बावजूद ‘इंडिया ब्लॉक’, पीएम मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को टक्कर दे पाएगी?
Jharkhand Elections 2024- Pappu Yadav ने Kalpana Soren के साथ किया प्रचार
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) आज झारखंड के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय से JMM विधायक कल्पना सोरेन (Kalpana Murmu Soren) के साथ प्रचार भी किया है।
पप्पू यादव के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “झारखंड में कांग्रेस JMM की लहर है। इसका श्रेय राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और झारखंडी स्वाभिमान के नायक हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को जाता है। एक झारखंडी बेटी ने BJP का होश उड़ा दिया है, उनका नाम कल्पना सोरेन मूर्मू है। उनका तेवर, जज़्बा, जोश, विनम्रता और ओजस्वी भाषण लाजवाब है।”
क्या NDA को कड़ी चुनौती दे पाएगा इंडिया ब्लॉक?
झारखंड में BJP के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) मजबूती से चुनावी मैदान में है। NDA (BJP, AJSU, JDU, LJP-R) पिछले 5 वर्षों की एंटी इन्कंबेंसी और हेमंत सोरेन व कुछ कांग्रेस नेताओं पर लगे आरोपों का हवाला देकर प्रचार-प्रसार में जुटी है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा मजबूती से चुनावी प्रचार का नेतृत्व कर रहे हैं। NDA के लिए आज प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) भी गढ़वा में प्रचार करने पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस, RJP और JMM पर जमकर निशाना साधा है। ऐसे में ये सवाल उठ रहे हैं कि ‘इंडिया ब्लॉक’ के नेता NDA को कितनी कड़ी चुनौती दे पाएंगे।
बता दें कि झारखंड में इंडिया गठबंधन (India Alliance) की ओर से हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव जैसे नेता लगातार चुनावी प्रचार में जुटे हैं। दावा किया जा रहा है कि इन नेताओं के अलावा गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी 12 नवंबर के पहले चुनावी प्रचार-प्रसार के लिए बुलाया जा सकता है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि इंडिया ब्लॉक अपनी रणनीति के सहारे एनडीए को कितनी कड़ी टक्कर दे पाती है?