Kangana Ranaut: इमरजेंसी (Emergency) मूवी को लेकर चर्चाओं में चल रहीं BJP सांसद कंगना रनौत ने बीते दिन कृषि कानून (Farm Laws) को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया जिसको लेकर उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के इस बयान से उनकी पार्टी ने भी पल्ला झाड़ लिया है और शायद यही वजह है कि उन्हें सफाई जारी करनी पड़ी है।
कृषि कानून को लेकर दिए बयान के बाद फंसी कंगना रनौत ने अब आनन-फानन में सफाई जारी की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी कर कहा है कि “मेरे विचार व्यक्तिगत के बजाय पार्टी के स्टैंड के समान होने चाहिए। इसलिए अगर मैंने अपनी शब्दों और सोच से किसी को आहत किया है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।” कंगना रनौत की ओर से जारी की गई इस सफाई को लेकर अब खूब सुर्खियां बन रही हैं।
BJP सांसद की सफाई
कृषि कानून को लेकर दिए गए बयान के बाद विपक्ष (Opposition) के निशाने पर आईं कंगना रनौत ने आज सफाई जारी की है। उनका कहना है कि ”पिछले कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे किसान (Farmers) कानून पर कुछ सवाल पूछे और मैंने सुझाव दिया कि किसानों को पीएम मोदी (PM Modi) से कानून वापस कराने का अनुरोध करना चाहिए। जब किसान कानून का प्रस्ताव आया तो हममें से कई लोगों ने इसका समर्थन किया लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने बड़ी संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ इसे वापस लिया।”
कंगना रनौत ने ये भी कहा है कि “हम सभी कार्यकर्ताओं का कर्तव्य है कि हम उनकी (PM Modi) बातों का सम्मान करें। मैं अब कोई कलाकार नहीं हूं बल्कि भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं। मेरी राय मेरी अपनी होने के बजाय पार्टी के स्टैंड के समान होनी चाहिए और इसीलिए अगर मैंने अपने शब्दों और अपनी सोच से किसी को आहत किया है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।” कंगना रनौत की ओर से जारी की गई सफाई के कई मायने हैं। दावा किया जा रहा है कि उनके इस बयान से BJP को हरियाणा विधानसभा चुनाव में नुकसान हो सकता है। ऐसे में आनन-फानन में उनकी ओर से सफाई जारी की गई है। (Kangana Ranaut Apologies)
Kangana Ranaut का बयान
कंगना रनौत ने बीते दिन कृषि कानून को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया था जिसको लेकर खूब सुर्खियां बनीं। उन्होंने कहा कि “किसानों को खुद कृषि कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए। मुझे पता है कि मेरा यह बयान विवादास्पद हो सकता है लेकिन तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए।”
कंगना का कहना था कि “किसानों के लिए तीनों कानून लाभदायक थे। हालाकि कुछ किसान संगठनों के विरोध के कारण सरकार ने उन्हें निरस्त कर दिया। मैं किसानों से अपील करना चाहती हूं कि वे कानूनों को वापस लाने की मांग करें।” कंगना रनौत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई और विपक्ष ने उन पर करारा प्रहार बोला। इस पूरे प्रकरण को लेकर BJP ने भी उनसे पल्ला झाड़ लिया और उनके बयान को व्यक्तिगत बताया।