Mamata Banerjee: शीतकालीन सत्र से इतर राजनीति में एक अलग मुद्दे पर चर्चा छिड़ी है। मुद्दा है विपक्षी गठबंधन (INDIA Alliance) में नेतृत्व का। विपक्ष की प्रमुख व पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को गठबंधन की कमान सौंपने की डिमांड कर रही है। टीएमसी सांसदों (TMC MPs) की मांग को एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar), राजद मुखिया लालू यादव (Lalu Yadav) का समर्थन मिला है। शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान ही विपक्ष में नेतृत्व क्षमता को लेकर छिड़ी जंग इंडिया गठबंधन में दरार का संकेत है। विपक्ष द्वारा कांग्रेस (Congress) को छोड़ ममता बनर्जी को गठबंधन की कमान सौंपने की बात करना क्या जायज है? इसके परिणाम क्या हो सकते हैं? क्या कांग्रेस ममता बनर्जी के नेतृत्व को कबूल करेगी? इस तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं। ऐसे में आइए आपको सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं।
Mamata Banerjee को INDIA Alliance का नेतृत्व सौंपने की मांग!
देश के लगभग सभी प्रमुख विपक्षी दलों के गठबंधन का समूह INDIA Alliance में नेतृत्व बदलाव की मांग उठी है। टीएमसी का कहना है कि कांग्रेस को अब गठबंधन का नेतृत्व छोड़ देना चाहिए। वक्त की नजाकत को देखते हुए इंडिया गठबंधन का नेतृत्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को सौंपनी चाहिए।
टीएमसी सांसद सागरिका घोष का कहना है कि “शरद पवार, लालू यादव (Lalu Yadav) ने ममता बनर्जी से इंडिया गठबंधन का नेतृत्व लेने आह्वान किया है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने हमेशा बीजेपी को हराया है। बीजेपी के खिलाफ हमारा स्ट्राइक रेट 70% है। टीएमसी द्वारा बीजेपी को हराने के इस ट्रैक रिकॉर्ड, राजनीतिक संघर्ष, प्रशासन में उनके (ममता बनर्जी) लंबे अनुभव को देखते हुए, हमारा मानना है कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए ममता बनर्जी से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं हो सकता है।”
सांसद कल्याण बनर्जी का कहना है कि “कांग्रेस (Congress) को अपने अहंकार से छुटकारा पाना चाहिए। वह (ममता बनर्जी) जानती हैं कि लोगों से जुड़े मुद्दों को कैसे उठाना है। हमने पहले ही कहा था कि कांग्रेस को समझना चाहिए कि उसके नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक विफल हो गया है। अगर ममता बनर्जी को लाया जाए तो अच्छा होगा। इंडिया ब्लॉक (INDIA Bloc) का नेतृत्व, जब राजनीतिक रूप से लड़ने की बात आती है तो सभी नेताओं में ममता बनर्जी का नाम शीर्ष पर है।”
सुष्मिता देव, कीर्ति आजाद, शत्रुधन सिन्हा, विजयसाई रेड्डी समेत अन्य कई सांसदों ने भी इंडिया गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को सौंपने की बात कही है।
गठबंधन में दरार के संकेत Rahul Gandhi के लिए बड़ी चुनौती!
विपक्ष दल कांग्रेस अभी इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) का नेतृत्व करता नजर आ रहा है। आम तौर पर गठबंधन की कमान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के हाथों में मानी जा रही है। गठबंधन के लिए सभी रणनीतियों को साधना, समीकरण बनाना समेत अन्य सभी आवश्यक कदम कांग्रेस की देख-रेख में उठाए जा रहे हैं। ऐसे में केन्द्रीय स्तर पर कांग्रेस एक मजबूत शक्ति बनकर उभरी है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में अपने बेहतर प्रदर्शन के बल पर देश के विभिन्न हिस्सो में एक अहम संकेत देने का काम किया है। ऐसे में यदि इंडिया गठबंधन में दरार पड़ी या दरार के संकेत मिले तो इससे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठेंगे। यही नही, यदि ऐसा हुआ तो ये राहुल गांधी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगा जिसका नुकसान उनकी पार्टी को बिहार में हो सकता है।