Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले फेज के मतदान की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है, पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। वहीं एक वीडियो पर फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया था जिसमे वह मछली खा रहे थे। इसी को लेकर बीजेपी वीडियो के बाद से ही हमलावर नजर आ रही है। वहीं आज पीएम मोदी ने भी एक जनसभा को संबोधित करते हुए मछली वाले वीडियो का जिक्र करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। वहीं अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या तेजस्वी के वीडियो से आगामी Lok Sabha Election 2024 को देखते हुए इंडिया गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
तेजस्वी यादव ने शेयर किया था मछली वाला वीडियो
वीडियो में वह कहते हुए नजर आ रहे है कि वह मुकेश सहनी के साथ चुनाव प्रचार कर रहे है। उन्होंने आगे कहा कि 15 मिनट का समय निकालकर हम भोजन कर रहे है। खाने में मछली, रोटी, प्याज और हरि मिर्च है। इस वीडियो के बाद बीजेपी तेजस्वी यादव पर हमलावर नजर आ रही है। गौरतलब है कि इस वीडियो के बाद एक अलग ही सियासी जंग शुरू हो गई है। बीजेपी के कई नेताओं ने इसपर जमकर हमला बोला। वहीं अब पीएम मोदी ने भी इस वीडियो के बाद विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
बिहार के उप-मुख्यमंत्री ने तेजस्वी पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव की मछली खाने वाली पोस्ट पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, “कुछ लोग खुद को सनातन का बेटा बताते हैं। लेकिन सनातन के मूल्यों को स्वीकार नहीं कर पाते मुझे कोई आपत्ति नहीं है। खान-पान की आदतें, लेकिन आप नवरात्रि में मछली खाने का वीडियो पोस्ट करके जो दिखाना चाहते हैं, वह तुष्टिकरण की राजनीति है। किसी को अपने धर्म, मूल्यों, राष्ट्र और समाज पर गर्व होना चाहिए लेकिन उन्हें अपमानित करना अच्छा नहीं है।’ इसका मतलब अपने ही धर्म का अपमान करना है। पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है, अब संतुष्टिकरण की नहीं, संतुष्टिकरण की राजनीति होगी।
पीएम मोदी ने भी विपक्ष पर बोला हमला
पीएम मोदी ने उधमपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “नवरात्र के दिनों में ऩॉन-वेज खाने का वीडियो दिखाकर लोगों की भावानाओं को ठेस पहुंचाकर यह किसकों खुश करना चाहते है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोगों को देश की बहुसंख्यक जनता की भावनाओं की परवाह नहीं है।
उन्हें लोगों की भावनाओं से खेलने में मजा आता है। जिस व्यक्ति को कोर्ट ने सजा सुनाई हो और जो जमानत पर हो, ऐसे अपराधी के घर जाकर सावन के महीने में मटन पकाकर आनंद लेते हैं और देश की जनता को चिढ़ाने के लिए उसका वीडियो बनाते हैं। जब मुगलों ने यहां आक्रमण किया तो उन्हें तब तक संतुष्टि नहीं हुई जब तक उन्होंने मंदिरों को ध्वस्त नहीं कर दिया। तो मुगलों की तरह सावन के महीने में वीडियो दिखाकर देश की जनता को चिढ़ाना चाहते हैं”।
क्या इंडिया गठबंधन को लोकसभा चुनाव में होगा नुकसान
बता दें कि तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को 9 अप्रैल 2024 यानि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन शेयर किया था। इसके तुरंत बाद बीजेपी ने इस वीडियो पर तेजस्वी यादव को जमकर घेरा, और अब यह सियासी मुद्दा बनता जा रहा है। तेजस्वी यादव ने इस वीडियो पर अपनी सफाई दे दी है लेकिन यह मुद्दा शांत होने का नाम नही ले रहा है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इससे इंडिया गठबंधन को कुछ हद तक नुकसान हो सकता है। हालांकि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि इंडिया गठबंधन को इस मुद्दें से नुकसान होता है या नही ।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
तेजस्वी ने इस वीडियो के बाद अपनी सफाई में कहा था कि “मैंने वीडियो में 8 अप्रैल की तारीख की चर्चा की है। उन्हें जानकारी नहीं है और वे कभी बेरोजगारी, पलायन और गरीबी जैसे मुद्दों पर बात नहीं करते हैं परीक्षण करें ताकि जनता को भाजपा के लोगों की असलियत पता चल सके।” उन्होंने आगे कहा कि एक बात जो सभी को स्पष्ट होनी चाहिए, पिछले 3-4 दिनों से मैं लगातार मुकेश सहनी के साथ घूम रहा हूं। मैंने इसे वहां पोस्ट किया है। क्योंकि मैं बीजेपी नेताओं का आईक्यू टेस्ट लेना चाहता था।
बीजेपी ने मछली – मटन को बनाया चुनावी मुद्दा
बता दें कि तेजस्वी यादव के मछली खाने का वीडियो शेयर करने के बाद से ही बीजेपी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर लगातार हमला बोल रही थी। वहीं अब रही-सही कसर पीएम मोदी ने पूरी कर दी। कई राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने में कामयाब रही है। हालांकि अब देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इस मुद्दे से कैसे बाहर निकलता है।