Lok Sabha Speaker ELection: 18वीं लोकसभा सत्र की शुरूआत हो चुकी है। लगभग सभी सांसदों ने शपथ ले ली है। मालूम हो कि आज सुबह 11 बजे 18वीं लोकसभा चुनाव के स्पीकर का मतदान हुआ। एनडीए और इंडिया गठबंधन में सहमति नहीं बनने के कारण विपक्ष ने स्पीकर पद के लिए के सुरेश को मैदान में उतारा था। हालांकि अगर आंकड़ों की बात करें तो एनडीए के पास पूर्ण बहुमत है। स्पीकर पद के चुनाव के लिए एनडीए को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई, और ओम बिड़ला ने जीत अपने नाम कर ली है। ओम बिड़ला दूसरी बार स्पीकर का पदभार संभालेंगे।
ओम बिड़ला बने नए स्पीकर
लोकसभा को अपना नया स्पीकर मिल गया है। आपको बता दें कि विपक्ष के उम्मीदवार के सुरेश को एनडीए प्रत्याशी ओम बिड़ला ने स्पीकर चुनाव में हरा दिया है।
बता दें कि वह दूसरी बार पदभार संभालेंगे।
कैसे होता है लोकसभा स्पीकर का चुनाव
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव साधारण बहुमत के आधार पर किया जाता है। साधारण बहुमत का मतलब है कि उस वक्त सदन में जितने सांसद मौजूद है उनमें से 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिलता है वह लोकसभा स्पीकर का चुनाव जीत जाता है। अगर मौजूदा स्थिति की बात करें को कुल 542 (वायनाड की सीट खाली) सांसदों में से एनडीए के पास 293 सांसद है वहीं अगर इंडिया गठबंधन की बात करें तो उनके पास 233 सांसद मौजूद है। आंकड़ों का बात करें तो 542 का आधा 271 होता है हालांकि कुछ सांसदों ने अभी शपथ नहीं ली है जिसके कारण आंकड़ा और कम हो सकता है। यानि एनडीए के पास कुल 293 सांसद मौजूद है।
के सुरेश ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए INDIA गठबंधन के उम्मीदवार कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा,
“संख्या कोई मुद्दा नहीं है बल्कि एकमात्र मुद्दा परंपरा है-सत्तारूढ़ पार्टी, NDA ने परंपरा को तोड़ा है। इसीलिए हम (चुनाव) लड़ रहे हैं”।
जीत को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त
हाजीपुर के सांसद चिराग पासवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “लोकसभा अध्यक्ष चुनाव पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का कहना है,
”हम अपनी जीत को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त हैं। जब ओम बिड़ला यह चुनाव जीतेंगे तो वोटों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी. हम इस पर चर्चा के लिए तैयार थे हमारे सामने उपसभापति पद के लिए राजनाथ सिंह उनसे चर्चा कर रहे थे लेकिन जिस तरह से विपक्ष ने इस पर शर्तें लगाने की कोशिश की वह ठीक नहीं था”।