Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधासभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक राज्य में 20 नवंबर को विधानसभा की सभी 288 सीटों पर मतदान होगा। वहीं 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) का शेड्यूल जारी होने के साथ ही सभी राजनीतिक दल इस सियासी रण में उतरने के लिए तैयार हो गए हैं। एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde), अजीत पवार (Ajit Pawar)और देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की अगुवाई वाली ‘महायुति गठबंधन’ ने आज इसी क्रम में अपने 2 वर्षों से ज्यादा के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है।
महायुति (Mahayuti Alliance) की ओर से जारी किए गए रिपोर्ट कार्ड (Maharashtra Report Card) में बताया गया है कि कैसे सरकार राज्य के 52 लाख परिवारों को वर्ष में 3 मुफ्त LPG सिलेंडर दे रही है। वहीं लड़की बहिन योजना (Ladki Bahin Yojana) के तहत 2.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को 1500 रुपये की वित्तीय सहायता देने वाले योजना को भी रिपोर्ट कार्ड में रखा गया है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि एक और महायुति जहां महिला व युवा वर्ग को साधने की भरपूर कोशिश में है तो वहीं महा विकास अघाड़ी (MVA) उनका सामना कैसे करेगी?
Maharashtra Assembly Elections 2024- ‘महायुति’ ने जारी किया रिपोर्ट कार्ड
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) के ऐलान के बाद आज ‘महायुति गठबंधन’ की ओर से रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया गया है। अजीत पवार ने रिपोर्ट जारी कर बताया है कि 2 वर्षों के कार्यकाल में महायुति सरकार ने क्या-क्या काम किए हैं?
रिपोर्ट कार्ड में स्पष्ट किया गया है कि महायुति सरकार ने लड़की बहिन योजना (Ladki Bahin Yojana) के तहत 2.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को 1500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। वहीं अन्नपूर्णा योजना के माध्यम से 52 लाख से अधिक परिवारों को मुफ्त 3 एलपीजी सिलेंडर प्रदान किया गया। रिपोर्ट कार्ड (Maharashtra Govt. Report Card) में बलीराजा विज सवलत योजना का भी जिक्र है जिसके तहत महाराष्ट्र सरकार ने 7.5 हॉर्स पावर क्षमता तक के किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान की है।
महायुति गठबंधन के रिपोर्ट कार्ड को कैसे मात देगा MVA?
महायुति गठबंधन (शिवसेना- एकनाथ शिंदे, एनसीपी- अजीत पवार व BJP) की ओर से आज रिपोर्ट कार्ड जारी कर सरकार द्वारा दो वर्षों (2022 से 2024) में किए कार्यों का उल्लेख किया गया है। महायुति (Mahayuti) के रिपोर्ट कार्ड को देखें तो ये स्पष्ट है कि गठबंधन ने युवा वर्ग, महिला और किसानों को अपनी ओर आकर्षित करने का भरपूर प्रयास किया है। ऐसे में सवाल ये है कि महाराष्ट्र में विपक्ष की भूमिका निभा रही महा विकास अघाड़ी (MVA) (शिवसेना- उद्धव बालासाहेब गुट, एनसीपी- शरद पवार, कांग्रेस) महायुति और रिपोर्ट कार्ड को कैसे मात देगी?
दरअसल एमवीए में सीट शेयरिंग को लेकर अभी घमासान का दौर जारी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री फेस को लेकर भी कई तरह की बातें कही जा रही हैं। एक ओर शिवसेना (उद्धव गुट) उद्धव ठाकरे को MVA का चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहती हैं तो वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस भी स्थानीय नेताओं को आगे करने की बात कह रही है। ऐसे में आपसी तनातनी से जूझ रही MVA, महायुति और उनकी रणनीतियों से कैसे निपटेगी ये देखना बेहद दिलचस्प होगा?