Mallikarjun Kharge: भारत की सियासत में आज वादों की झड़ी पर चर्चा हो रही है। देश की दो प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां (BJP और Congress) इस विषय को लेकर गंभीरता से एक-दूसरे पर सवाल उठा रही हैं। बीते कल की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कांग्रेस के वादों की झड़ी को लेकर सवाल उठाए। इस दौरान उन्होंने तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक (Karnataka) जैसे राज्यों का जिक्र किया जहां कांग्रेस की सरकार है।
पीएम मोदी द्वारा उठाए गए तमाम सवालों का जवाब देने की जिम्मेदारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने ली। उन्होंने एक विस्तृत आंकड़ों के साथ केन्द्र सरकार के 100 दिनों के हासिल और वादों को लेकर कड़े सवाल दाग दिए। इस पूरे प्रकरण में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की भी एंट्री हुई। डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने विस्तृत आंकड़ों के साथ राज्य की विकास दर और कई पहलुओं को साझा किया। पीएम मोदी द्वारा उठाए गए सवाल और कांग्रेस नेताओं के जवाब के बाद अब सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है और इसको लेकर चर्चा जोरों पर है।
PM Modi के सवालों पर Mallikarjun Kharge का जवाब
पीएम मोदी (PM Modi) ने बीते शाम कांग्रेस शासित राज्यों में वादों की झड़ी को लेकर सवाल उठाए थे। इसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने जवाब दिया। कांग्रेस अध्यक्ष के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “झूठ, छल, कपट और प्रचार ये 5 विशेषण हैं जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं। 100-दिवसीय योजना के बारे में आपका ढोल पीटना एक पीआर स्टंट था। 16 मई, 2024 को यह दावा किया गया था कि आपने 2047 के रोड मैप के लिए 20 लाख से अधिक लोगों से इनपुट लिया था। पीएमओ में दायर आरटीआई ने आपके झूठ को उजागर करते हुए विवरण देने से इनकार कर दिया।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवालों की श्रृंखला के साथ पूछा है कि “प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियों का वादा? भारत की बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर क्यों है? जहां भी मुट्ठी भर नौकरियों के लिए रिक्तियां होती हैं वहां भगदड़ क्यों देखी जाती है? 7 साल में 70 पेपर लीक का ज़िम्मेदार कौन? PSU में हिस्सेदारी बेचकर किसने छीनी 5 लाख सरकारी नौकरियाँ?”
कांग्रेस अध्यक्ष का दूसरा प्रश्न है कि “बहुत हुई महँगाई की मार? घरेलू बचत 50 साल के निचले स्तर पर क्यों गिर गई है? पिछले साल ही आम थाली की कीमत 52% क्यों बढ़ गई? टमाटर की कीमतें 247%, आलू 180% और प्याज 60% बढ़ीं? दूध, दही, आटा, दाल जैसी आवश्यक खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी किसने लगाया? टैक्स आतंकवाद में शामिल होकर एलटीसीजी के माध्यम से मध्य वर्ग को दंडित कौन कर रहा है?”
मल्लकार्जुन खड़गे ने पूछा है कि “अच्छे दिनों का क्या हुआ? रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। आपकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 150 लाख से अधिक करोड़ रुपये उधार लिए हैं, यानी प्रत्येक भारतीय पर 1.5 लाख का कर्ज है। विनिर्माण में औसत वृद्धि पिछले दशक में सिर्फ 3.1% है, जबकि कांग्रेस-यूपीए के दौरान यह 7.85 थी। ये ‘मेक इन इंडिया’ के बड़े दावों को विफल कर रही थी!”
Mallikarjun Kharge ने विकसित भारत के दावे पर कसा तंज
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने बीजेपी के विकसित भारत दावे को लेकर भी तंज कसा है। उनका कहना है कि “विकसित भारत का क्या हुआ? जो कुछ भी आप बनाने का दावा करते हैं वह ताश के पत्तों की तरह ढह रहा है – महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन आपके द्वारा किया गया, दिल्ली हवाई अड्डे की छत, अयोध्या में राम मंदिर की छत और अटल सेतु में दरारें आ गईं। गुजरात (मोरबी) में पुल टूटना, जबकि बिहार में नए पुलों का गिरना आम बात है! अनगिनत रेल दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, जबकि मंत्री REEL PR में व्यस्त हैं!”
‘सबका साथ सबका विकास’ वाले दावे पर कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि “सबका साथ, सबका विकास और जय किसान, जय जवान का क्या हुआ? अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराध में 46% की वृद्धि हुई है, जबकि अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अपराध में 48% की वृद्धि हुई है। एससी/एसटी महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में 2014 की तुलना में 2022 में 1.7 गुना वृद्धि देखी गई। कैजुअल/कॉन्ट्रैक्ट हायरिंग में 91% की वृद्धि करके एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समुदायों से सरकारी नौकरियां छीन ली गईं। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का जुमला। एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी से इनकार। 35 कृषि वस्तुओं पर जीएसटी।”
DK Shivakumar ने पेश किया आंकड़ा
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने भी पीएम मोदी के कुछ सवालों को लेकर जवाब दिए हैं। उनका कहना है कि “सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 के लिए कर्नाटक की जीएसडीपी वृद्धि 10.2% है जो राष्ट्रीय औसत 8.2% से अधिक है। अब ये तथ्य आंकड़ों और विश्वसनीय स्रोतों द्वारा समर्थित हैं। सवाल यह है कि क्या ये तथ्य और आंकड़े केंद्र सरकार तक भी पहुंचते हैं? या ये तथ्य उन लोगों तक नहीं पहुंचते जो केंद्र में सर्वोच्च पदों के लिए ट्वीट तैयार करते हैं?”
PM Modi ने Congress के वादों की झड़ी पर उठाए थे सवाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने बीते शाम कांग्रेस शासित राज्यों में पार्टी द्वारा लगाई गई वादों की झड़ी पर सवाल उठाए थे। उनके आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया था कि “कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है। अभियान दर अभियान वे लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गये हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि “किसी भी राज्य की जाँच करें जहाँ आज कांग्रेस (Congress) की सरकारें हैं – हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना- विकासात्मक प्रक्षेपवक्र और राजकोषीय स्वास्थ्य बदतर होता जा रहा है। उनकी तथाकथित गारंटी अधूरी पड़ी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभ से वंचित किया जाता है, बल्कि उन्हें अपनी मौजूदा योजनाएं भी कमजोर नजर आती हैं।”
पीएम मोदी ने कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि “कर्नाटक में कांग्रेस विकास की परवाह करने के बजाय पार्टी के अंदर की राजनीति और लूट में व्यस्त है। इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता। तेलंगाना में किसान उस छूट का इंतजार कर रहे हैं जिसका उन्होंने वादा किया था। इससे पहले, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था जिसे पांच साल तक कभी लागू नहीं किया गया। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं कि कांग्रेस कैसे काम करती है।”