Omar Abdullah Oath Ceremony: जम्मू-कश्मीर के लिए आज का दिन बहुत बड़ा है। दरअसल आज दशक भर बाद जम्मू-कश्मीर में चुनी हुई सरकार का शपथ ग्रहण हो रहा है और उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ (Omar Abdullah Oath Ceremony) ली है। इससे पहले वर्ष 2014 में महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के सीएम के रूप में शपथ ली थी। हालाकि तब स्थिति पूरी तरह से अलग थी। तब जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आर्टिकल 370 (Article 370) लागू था और जम्मू-कश्मीर को एक विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त था। वर्तमान की बात करें तो परिस्थितियां अलग हैं और जम्मू-कश्मीर अब एक केन्द्र शासित प्रदेश है।
इन सबसे इतर जम्मू-कश्मीर के नई सरकार की बात करें तो आज उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के शपथ से पहले ही नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) की सहयोगी दल कांग्रेस की ओर बड़ा ऐलान करने की खबर है। कांग्रेस (Congress) पार्टी जम्मू-कश्मीर की अब्दुल्ला सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। इन तमाम कयासबाजी के बीच कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए हैं। कहा जा रहा है कि क्या सरकार के गठन से पहले ही INDIA गठबंधन (INDIA Alliance) में दरार आ गई? इसका आगामी भविष्य में क्या असर होगा? इस तरह के कई सवाल लोगों के मन में हैं।
क्या INDIA गठबंधन में पड़ेगा दरार?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ (Omar Abdullah Oath Ceremony) ले ली है। नंबर गेम की बात करें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेतृत्व वाली अब्दुल्ला सरकार आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार करती नजर आ रही है। हालाकि इन सबसे इतर सवाल ये है कि क्या नई सरकार के गठन के साथ इंडिया गठबंधन में दरार पड़ेगा? दरअसल कांग्रेस का कोई विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं ले रहा है। दावा किया जा रहा है कि आपसी तालमेल की कमी के कारण कांग्रेस उमर सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। ऐसे में आगामी समय में इसका असर ‘इंडिया गठबंधन’ पर पड़ता नजर आ सकता है।
हालाकि इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के तमाम दिग्गज नेता आज उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे। इसमें कांग्रेस (Congress) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, सपा मुखिया अखिलेश यादव, डीएमके उपमहासचिव कनिमोझी, सीपीआई नेता, आप सांसद संजय सिंह, प्रकाश करात और सुप्रिया सुले जैसे नेताओं का नाम है। ऐसे में गठबंधन के तमाम शीर्ष नेताओं की मौजूदगी से स्पष्ट है कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन एकजुट है।
Omar Abdullah Oath Ceremony- क्या Jammu Kashmir की नई सरकार पर पड़ेगा असर?
कांग्रेस यदि जम्मू-कश्मीर सरकार (Jammu KashmirGovt.) को बाहर से समर्थन देती है तो क्या इसका असर आगामी समय में पड़ेगा? इसको लेकर कई तरह की कयासबाजी चल रही है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर की कुल 90 विधानसभा सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवारों को 42 सीटों पर जीत मिली है। वहीं सीपीएम के एक और 5 निर्दलीय विधायकों ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन देने का ऐलान किया है। ऐसे में ये कुल संख्या होती है 48 जो कि बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है। ऐसे में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के समर्थन के बगैर भी नंबर गेम में खुद को फिट महसूस कर रही है।
हालाकि कांग्रेस (Congress) अभी नई सरकार के साथ है और पूरा समर्थन दे रही है। निकट भविष्य में यदि कांग्रेस का सरकार से मोह भंग हुआ और समर्थन वापस लिया गया तो भी जम्मू-कश्मीर की सरकार स्थिर रहेगी और इसका कुछ विशेष असर सरकार पर नहीं पड़ता नजर आ रहा है।
Omar Abdullah की सरकार में और कौन?
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उमर अब्दुल्ला के साथ ही सुरेंद्र चौधरी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। नौसेरा से रविद्र रैना को मात देने वाले सुरेंद्र चौधरी जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के नए डिप्टी सीएम होंगे। जावेद राणा, सतीश शर्मा, सकीना इतू और जावेद अहमद डार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।