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India Vs Bharat: इंडिया-भारत मामले पर छिड़ा सियासी संग्राम, केजरीवाल, ममता से लेकर इन नेताओं ने दागे तीखे सवाल

India Vs Bharat:‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने को लेकर सरकार पर ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन सहित कई विपक्षी नेताओं ने हमला किया है। इन नेताओं ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है।

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India Vs Bharat: दिल्ली में होने वाली जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit Delhi) की बैठक से पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है। जी20 रात्रिभोज के इनविटेशन कार्ड में ‘INDIA‘ की जगह ‘BHARAT‘ लिखे जाने पर सियासी संग्राम छिड़ गया है। विपक्ष ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना ही है।

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के अन्य सदस्यों ने ‘INDIA’ की जगह ‘BHARAT’ लिखे जाने को एक गलत फैसला बताया है। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि नवगठित गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ के कारण BJP ने ऐसा किया है। वहीं, BJP और RRS की तरफ से भी इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आइए आपको बताते हैं ‘India Vs Bharat’ के इस विवाद पर किस नेता और पार्टी ने क्या कुछ कहा है।

‘पूरी दुनिया उन पर हंस रही है’

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”पीएम मोदी को अब इंडिया नाम से दिक्कत हो रही है और वह इसका नाम बदलकर ‘भारत’ कर रहे हैं। पूरी दुनिया उन पर हंस रही है… हमें कोई दिक्कत नहीं है कि आप हमसे, हमारी विचारधारा से नफरत करते हैं और हमारे नेता, लेकिन भारत, भारतीयों से नफरत नहीं करते।”

वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि बीजेपी I.N.D.I.A गठबंधन से डर गई है। उन्होंने सवाल किया कि भारत उपनिवेशवाद का प्रतीक कैसे हो सकता है जबकि यह हमारे संविधान में अंकित है।

‘नाम बदलने की क्या जरूरत पड़ गई’

टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी नाम बदलने के पीछे की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “इंडिया नाम से दुनिया परिचित है। आज, उन्होंने (केंद्र ने) भारत का नाम बदल दिया। जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण कार्ड में, इसका उल्लेख भारत है…अंग्रेजी में, हम इंडिया कहते हैं और हिंदी में भारत। इसमें नया क्या है ? दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है। अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गई ?”

‘…क्या वे भारत का नाम बदलकर BJP करेंगे’

दिल्ली के CM और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “अगर विपक्षी गठबंधन अपना नाम भारत रखे तो पार्टी क्या करेगी ? अगर कुछ पार्टियों का गठबंधन इंडिया बन जाता है तो क्या वे देश का नाम बदल देंगे ? देश 140 करोड़ लोगों का है, किसी पार्टी का नहीं। मान लीजिए कि अगर इंडिया गठबंधन अपना नाम भारत रखता है तो क्या वे भारत का नाम बदलकर बीजेपी करेंगे ? यह क्या मजाक है ?”

‘भारत माता से इतनी नफरत क्यों…’

BJP नेताओं ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे राष्ट्रपति भवन द्वारा लिया गया फैसला बताया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी परिवार केंद्रित है। नड्डा ने पूछा, “भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वाले लोगों को भारत माता की जय के नारे से नफरत क्यों है ? यह स्पष्ट है कि कांग्रेस न तो देश का सम्मान करती है, न संविधान का, न ही संवैधानिक संस्थाओं का। उसका उद्देश्य केवल एक का गुणगान करना है। पूरा देश कांग्रेस के राष्ट्र-विरोधी और संविधान-विरोधी इरादों को अच्छी तरह से जानता है।”

‘कांग्रेस को भारत के प्रति है सख्त नफरत’

असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “अब मेरी आशंका सच साबित हो गई है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी को भारत के प्रति सख्त नफरत है। ऐसा प्रतीत होता है कि ‘आई.एन.डी.आई. गठबंधन’ नाम जानबूझकर भारत को हराने के उद्देश्य से चुना गया था।” वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह देश को भारत कहने की अपील करते नजर आ रहे हैं।

इसी तरह केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “भारत ही इस देश के निवासियों का मूल परिचय है। भारत हमारा परिचय है। हमें इस पर गर्व है। राष्ट्रपति ने ‘भारत’ को प्राथमिकता दी है। यह औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर आने वाला सबसे बड़ा बयान है।”

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