Parliament Winter Session: सदन में आज अडानी-अडानी के नारे गूंज रहे हैं। शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान विपक्ष ‘अडानी’ मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश में है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi), वायनाड सांसद प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई व अन्य सांसदों की उपस्थिति में विरोध प्रदर्शन जारी है। दिलचस्प बात ये है कि विपक्ष के इस प्रदर्शन से समाजवादी पार्टी (SP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसदों ने दूरी बनाई है। सपा और टीएमसी के सांसद कांग्रेस (Congress) के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से कतराते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि अडानी (Adani) मुद्दे ‘INDIA Alliance’ में दरार पड़ने की बात कही जा रही है। हालांकि, टीएमसी ने इस कदम को रणनीति का हिस्सा बताते हुए अपना पक्ष रखा है।
Parliament Winter Session में Adani मामले पर INDIA Alliance में दरार!
संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान गौतम अडानी (Gautam Adani) से जुड़ा मुद्दा तेजी से उठा है। इस मुद्दे को लेकर आज विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है। सदन में अडानी मुद्दे पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत विपक्ष के कई नेता शामिल हैं। हालांकि, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसदों ने इस विरोध प्रदर्शन से दूरी बनाई है।
टीएमसी के सांसद कांग्रेस (Congress) के इस कदम को उनकी रणनीति बता रहे हैं। बता दें कि सार्वजनिक मंच पर कांग्रेस, सपा, टीएमसी, राजद, जेएमएमएम, डीएमके, एनसीपी (SP), शिवसेना (UBT) समेत अन्य कई दलों ने मिलकर INDIA Alliance का गठन किया था। हालांकि, अब अडानी मुद्दे पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में सभी दलों का साथ न होना गठबंधन में दरार का संकेत माना जा रहा है।
Congress के साथ जानें से क्यों कतरा रहे TMC, SP के सांसद?
अडानी मुद्दे पर चल रहे विरोध प्रदर्शन से समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसदों ने दूरी बना रखी है। इन दोनों दलों के सांसद अडानी मुद्दे पर कांग्रेस के साथ जाने से कतरा रहे हैं। टीएमसी सांसद सागरिका घोष का कहना है कि “विपक्षी दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है। सरकार झूठी खबरें फैलाने की कोशिश कर रही है। विपक्ष मजबूत और एकजुट है। हमारी रणनीतियों और दृष्टिकोण में मतभेद हो सकते हैं। जैसे हम (TMC) बंगाल, बेरोजगारी और उनके मुद्दे उठा रहे हैं। वहीं कांग्रेस अडानी का मुद्दा उठा रही है, लेकिन हम एकजुट हैं और बीजेपी से लड़ रहे हैं।”
टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद का कहना है कि “हर पार्टी की अपनी रणनीति होती है, लेकिन जमीनी स्तर पर हम एक हैं। हर पार्टी के अपने मुद्दे हैं। पिछले पांच सालों से पश्चिम बंगाल सरकार को फंड नहीं दिया गया है। हम इस पर चर्चा चाहते हैं। देश में खाद की कमी है, बांग्लादेश में रोज़गार, महंगाई, हालात और सरकार इस पर कुछ नहीं बोल रही है।”
समाजवादी पार्टी (SP) की बात करें तो पार्टी ने अडानी मुद्दे पर दूरी बनाने के पीछे क्या कारण है, इसको लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं जारी किया है।