Pawan Kalyan: आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के पहाड़ी शहर तिरुमला में स्थित तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कथित रूप से मिलावट (Tirupati Laddu Controversy) से जुड़ी खबर आने के बाद इसको लेकर खूब सियासत भी हुई। आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने इस पूरे प्रकरण में सनातन धर्म (Sanatana Dharma) के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय राज्य स्तर पर ‘सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड’ का गठन करने की मांग भी कर दी।
पवन कल्याण ने बीते दिनों तिरुपति मंदिर में पहुंचकर दर्शन-पूजन भी किए थे। इस दौरान उन्होंने तमिलनाडु के वर्तमान डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) पर भी निशाना साधा। पवन कल्याण ने उदयनिधि के पुराने बयान को लेकर कहा कि “सनातन धर्म को मिटाया नहीं जा सकता और जिसने ऐसा कहा उसे ही मिटा दिया जाएगा।” पवन कल्याण के इस बयान पर अब उदयनिधि स्टालिन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
Pawan Kalyan के बयान पर Udhayanidhi Stalin का पलटवार
सनातन धर्म को लेकर पवन कल्याण द्वारा दिए बयान के बाद तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने पवन कल्याण (Pawan Kalyan) के सवालों का जवाब देते हुए सिर्फ इनता कहना है कि “लेट्स वेट, एंड सी।” इसका आशय साफ है कि उदयनिधि स्टालिन अपने बयान पर कायम हैं और उनका रूख पहले के समान ही स्पष्ट है।
Pawan Kalyan ने क्यों साधा था निशाना?
आंध्र प्रदेश के तिरुमला शहर में स्थित तिरुपति मन्दिर के प्रसाद में कथित रूप से मिलवाट को लेकर पवन कल्याण ने जमकर मोर्चा खोला। उन्होंने इसे बड़ा षड़यंत्र बताते हुए सनातन धर्म पर हमला बताया। पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने इस दौरान वाराही (VARAHI) दीक्षा भी ली। उन्होंने इस दौरान तिरुपति मंदिर जाकर भगवान वेंकटेश्वर की पूजा-पाठ करने के बाद उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के पुराने भाषण का जिक्र किया। पवन कल्याण ने कहा कि “सनातन धर्म को मिटाया नहीं जा सकता और जो भी ऐसा करने का प्रयास करेगा उसे मिटा दिया जाएगा।” उनके इस बयान का इशारा उदयनिधि स्टालिन की ओर था।
Udhayanidhi Stalin ने सनातन धर्म को लेकर क्या कहा था?
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे और सूबे के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने गत वर्ष सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से की थी। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा था कि इसे “पूरी तरह से मिटा दिया जाना चाहिए”। उदयनिधि के इस बयान को लेकर खूब सियासी हलचल मची थी।
Supreme Court ने तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर दिया अहम फैसला
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कथित रूप से मिलावट की बात सामने आने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। इस पूरे प्रकरण को लेकर चल रही जुबानी जंग के बीच कोर्ट ने आज मामले की सुनवाई करते बड़ा फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने स्पष्ट किया है कि एक स्वतंत्र SIT, तिरुपति लड्डू प्रसाद मामले की जांच करेगी। हम इस मामले को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनने देंगे। इस जांच टीम में 2 सीबीआई अधिकारी, आंध्र प्रदेश पुलिस के 2 अधिकारी और फूड स्टैंडर्ड एंड सेफ्टी अथॉरिटी (FSSAI) के एक अधिकारी शामिल होंगे।