Priyanka Gandhi: वायनाड लोकसभा उपचुनाव (Wayanad By-Election) के लिए बिगुल बज चुका है। इसी क्रम में कांग्रेस (Congress) की ओर से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने भी बतौर उम्मीदवार अपना नामांकन कर दिया है। वायनाड (Wayanad) से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इसको लेकर क्या चर्चा है कि वायनाड (Wayanad) से प्रियंका गांधी ही क्यों? क्या कांग्रेस में नए चेहरों की कमी है? यदि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) वायनाड से चुनाव जीतीं तो उनके नाम क्या रिकॉर्ड दर्ज होंगे? इस तरह के कई सवाल सोशल मीडिया पर विभिन्न प्लेटफॉर्म पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऐसे में आइए हम आपको सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं।
यदि Wayanad By-Election में जीत दर्ज करने में सफल रहीं Priyanka Gandhi तो रचेंगी इतिहास!
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से उपचुनाव (Wayanad By-Election) में ताल ठोक रही प्रियंका ने आज नामांकन कर दिया है। इसी के साथ कई तरह की कयासबाजी शुरू हो चुकी है। दावा किया जा रहा है कि यदि प्रियंका (Priyanka Gandhi), वायनाड उपचुनाव जीतने में सफल रहीं तो उनके नाम कई प्रमुख रिकॉर्ड दर्ज हो सकेंगे और पार्टी के मतानुसार वो इतिहास रचने में कायम रहेंगी।
क्या तोड़ पाएंगी राहुल गांधी का रिकॉर्ड?– बता दें कि वर्ष 2019 और 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में राहुल गांधी भी वायनाड से चुनाव लड़ चुके हैं। 2019 की बात करें तो उन्हें 65 फीसदी वोट मिले थे और जीत का अंतर 4 लाख 31 हजार वोटों से ज्यादा था। वहीं 2024 में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 60 फीसदी वोट हासिल कर 3 लाख 64 हजार से भी ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। ऐसे में प्रियंका गांधी यदि 65 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल कर पाने और चुनाव जीतने में सफल रहती हैं तो वे अपने भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड तोड़ सकेंगी।
गांधी परिवार की चौथी महिला सांसद बनने का मौका– प्रियंका गांधी यदि वायनाड उपचुनाव में जीत दर्ज करती हैं तो वो गांधी परिवार की चौथी महिला सांसद बन सकेंगी। इससे पहले उनकी दादी पूर्व पीएम इंदिरा गांधी (Indira Gandhi), मां सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और चाची मेनका गांधी (Maneka Gandhi) अलग-अलग लोकसभा चुनाव में संसद सदस्य निर्वाचित होकर सदन पहुंच चुकी हैं।
क्या सदन में पहुंच सकेंगे मां, भाई और बहन?- यदि प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज कर पाने में सफल रहीं तो यह पार्टी के लिए ऐतिहासिक होगा। ऐसा होने के बाद यह पहला मौका होगा जब (एक परिवार) मां (सोनिया गांधी-राज्यसभा MP), भाई (राहुल गांधी) और बहन (प्रियंका गांधी) के साथ भारतीय सदन के सदस्य होंगे।
Congress शीर्ष नेतृत्व पर उठ रहे सवाल
वायनाड उपचुनाव (Wayanad By-Election) के लिए उम्मीदवार के रूप में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नाम का ऐलान होने के साथ ही कांग्रेस (Congress) शीर्ष नेतृत्व पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। सबसे पहले पूछा जा रहा है कि क्या कांग्रेस में नए चेहरों की कमी है? दूसरा सवाल परिवारवाद को बढ़ावा देने को लेकर है।
बता दें कि प्रियंका से पहले उनकी मां सोनियां गांधी (Sonia Gandhi) राज्यसभा सदस्य और भाई राहुल गांधी (Rahul Gandhi) रायबरेली से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। ऐसे में शीर्ष नेतृत्व पर ये सवाल खड़े हो रहे हैं कि एक ही परिवार के तीसरे सदस्य को सियासत में बढ़ावा क्यों? हालाकि इन तमाम सवालों के इतर दावा किया जा रहा है कि यदि प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव जीतने में सफल रहीं तो इसे एक जवाब के तौर पर पेश किया जा सकेगा और प्रियंका की उम्मीदवारी को पार्टी का कुशल रणनीति बताया जा सकेगा।